उत्तर कोरिया ने अंतरराष्ट्रीय चेतावनियों को दरकिनार करते हुए लंबी दूरी के रॉकेट का प्रक्षेपण किया। दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र समेत विभिन्न देशों ने इस टेस्‍ट को मिसाइल परीक्षण करार दिया है, जो कि अमेरिका तक वार करने की क्षमता रखता है। दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने रविवार सुबह इस प्रक्षेपण की पुष्टि की। इससे पहले जनवरी में उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन बम के परीक्षण का दावा किया था।

मौजूदा परीक्षण को वाशिंगटन और उसके सहयोगी देश उकसावे की कार्रवाई मा रहे हैं। इसके चलते संयुक्त राष्ट्र की ओर से उत्तर कोरिया पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। इस बीच एएफपी की एक खबर के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र से जुड़े राजनयिकों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद उत्तर कोरिया द्वारा किए गए लंबी दूरी के रॉकेट के प्रक्षेपण के मुद्दे पर रविवार को न्यूयॉर्क में आपात बैठक करेगी।

दूसरी ओर अमेरिका ने उत्‍तर कोरिया के इस कदम को भड़काऊ करार दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा, ‘अमेरिका आज किए गए उत्‍तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण की कड़ी निंदा करता है- जो बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से संबंधित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्तावों का उल्लंघन है।’ उन्होंने कहा, ‘एक महीने में यह दूसरी बार है, जब उत्तर कोरिया ने न सिर्फ कोरिया प्रायद्वीप की सुरक्षा को खतरा पहुंचाते हुए, बल्कि उस क्षेत्र और अमेरिका की सुरक्षा को भी खतरा पहुंचाते हुए एक बड़ी भड़काऊ कार्रवाई का विकल्प चुना है।’ केरी ने कहा कि जापान सहित अपने सहयोगियों के साथ खड़ा रहेगा।

साउथ कोरिया ने इसे अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय के लिए बड़ी चुनौती बताया है। आपको बता दें कि जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और अमेरिका ने भी नॉर्थ कोरिया से रॉकेट लॉन्‍च रोकने को कहा था। आबे ने कहा कि उनकी कैबिनेट यूएस और साउथ कोरिया के साथ मिलकर जानकारी जुटा रही है और वे इसका कड़ा जवाब देंगे।

रविवार को जापानी पीएम ने कहा, ”हम इसे मंजूर नहीं कर सकते हैं और इसकी निंदा करते हैं।” वहीं, चीन के विदेश मंत्रालय प्रवक्‍ता लू कैंग ने भी इस पर गहरी चिंता जताई थी। लू ने कहा था, “हमें उम्मीद है कि नॉर्थ कोरिया की इस एक्सरसाइज से आसपास के इलाके में तनाव का माहौल नहीं पैदा करेगा।” साउथ कोरिया, जापान और अमेरिका ने इस टेस्ट को लेकर चेतावनी दी थी।

कुछ महीने पहले नॉर्थ कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल के दो वर्जन दिखाए थे। बताया जाता है कि इनमें से एक मिसाइल जापान और साउथ कोरिया ही नहीं बल्कि अमेरिका के वेस्ट कोस्ट तक अटैक कर सकती है। हालांकि, नॉर्थ कोरिया बार-बार मिसाइल टेस्‍ट की बात से इनकार कर रहा है।