New Zealand Christchurch Mosque Shooting Updates: न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में एक मस्जिद पर गोलीबारी की घटना हुई है। एएफपी की एक खबर के अनुसार, इस गोलीबारी में अभी तक 6 लोगों के मरने की खबर है, वहीं कई लोग घायल हुए हैं। गोलीबारी के वक्त बांग्लादेश की टीम भी मस्जिद में मौजूद थी। इस हमले में बांग्लादेश के क्रिकेटर्स इस हमले में बाल-बाल बच गए हैं। वहीं मस्जिद पर गोलीबारी करने वाला आतंकी अभी भी फरार है। ऐसे में पुलिस ने क्राइस्टचर्च को लॉकडाउन कर दिया है और सभी स्कूल-कॉलेज, बाजार बंद कर दिए गए हैं, वहीं लोगों को अपने घरों में रहने की सलाह दी गई है।
बता दें कि बांग्लादेश की टीम इन दिनों न्यूजीलैंड के दौरे पर गई हुई है। ऐसे में आतंकी हमले के बाद इस दौरे पर भी संकट के बादल छा गए गए हैं। बता दें कि बांग्लादेश की टीम ने मस्जिद पर हुई गोलीबारी और उसमें बांग्लादेश के क्रिकेटर्स के फंसने के बाद दोनों टीमों के बीच खेला जाना वाला दूसरा टेस्ट मैच रद्द कर दिया गया है।
न्यूजीलैंड में मस्जिद पर हुई गोलीबारी मामले में पुलिस ने एक वाहन में लगा आईईडी बम डिफ्यूज करने में सफलता हासिल की है। एपी की एक खबर के अनुसार, पुलिस ने इस संबंध में एक बयान जारी किया है। फिलहाल पुलिस हमलावर की तलाश में जुटी है।
न्यूजीलैंड पुलिस के अधिकारी माइक बुश ने बताया है कि पुलिस ने मस्जिद पर गोलीबारी के मामले में 4 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए लोगों में एक महिला और 3 पुरुष शामिल हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस का कहना है कि अभी भी खतरा टला नहीं है।
मस्जिद पर आतंकी हमले और उसमें बांग्लादेशी क्रिकेटर्स के बाल-बाल बचने के बाद बांग्लादेश और न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल दोनों टीमों के बीच खेला जाने वाला दूसरा टेस्ट मैच रद्द कर दिया गया है।
क्राइस्टचर्च की मस्जिद पर हुए आतंकी हमले के वक्त बांग्लादेश के क्रिकेटर तमीम इकबाल भी वहां मौजूद थे। वहीं हमले में बाल-बाल बचने के बाद तमीम ने ट्वीट कर इस हमले को बेहद भयावह करार दिया और लोगों से उनके लिए दुआ करने की अपील की।
न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में स्थित अल-नूर मस्जिद पर हमला शुक्रवार को उस वक्त हुआ, जब वहां जुमे की नमाज पढ़ी जा रही थी। इस वजह से हमले के वक्त मस्जिद में काफी लोग मौजूद थे।
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैकिंडा अर्डर्न ने आतंकी हमले के बाद दिए अपने बयान में कहा है कि यह न्यूजीलैंड के इतिहास के काले दिनों में से एक है। इससे पहले हिंसा की ऐसी कोई घटना नहीं घटी थी। पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है, लेकिन इससे ज्यादा उनके पास कोई जानकारी नहीं है।