Nepal Protest News: नेपाल के के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली नेपाल में हुई हिंसा और आक्रामक विरोध प्रदर्शन के चलते सेफ हाउस में थे और अब 18 दिन वे किसी सार्वजनिक मंच पर नजर आए। इस दौरान उन्होंने हिंसा पर कहा कि ये सब जिसने किा है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने इस दौरान विरोध प्रदर्शनकारियों पर गोली चलने को लेकर भी टिप्पणी की।

दरअसल, नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने दावा किया कि लोगों को उन पर हमला करने के लिए उकसाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मेरा नाम लेकर एक अफवाह फैलाई गई है। लोगों को यह कहने के लिए उकसाया जा रहा है कि मुझे बंदूक दो, मैं उसे मार दूंगा; मुझे तलवार दो, मैं उसका कत्ल कर दूंगा; मुझे ड्रोन दो, मैं उस पर हमला कर दूंगा।”

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फायरिंग पर कही अहम बात

केपी शर्मा ओली ने कहा कि हिंसा की बातें लगातार प्रसारित की जा रही हैं। उन्होंने कहा इस पर मेरी क्या भूमिका थी? तो बता दें कि गोलीबारी की खबर सुनकर मैंने स्थिति के बारे में पूछताछ की। मुझे बताया गया कि केवल रबर की गोलियां चलाई गई थीं। बाद में मुझे पता चला कि 14 लोग मारे गए हैं… मैं पूछ रहा था कि उनके सिर पर गोली कैसे लगी? हम इसे कैसे रोक सकते हैं?

नेपाल के पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली ने कहा है कि देश में रक्तपात और प्रतिकूल स्थिति को रोकने के उपायों के बारे में मेरे मन में गहन विचार थे। ओली ने कहा कि जिन भी लोगों ने हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया है, उन्हें दोषी भी ठहराया जाएगा।

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तोड़फोड़ और आगजनी से बनी है सरकार

काठमांडू में केपी शर्मा ओली ने कहा कि वर्तमान सरकार को ‘Gen-Z सरकार’ कहा जाता है, जो न तो संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार बनी है और न ही लोगों के वोट से। यह तोड़फोड़ और आगजनी के ज़रिए बनी है।

बता दें कि नेपाल के पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली ने बीते 9 सितंबर को इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से वे सार्वजनिक मंचों से गायब थे। पहले उन्हें पहले नेपाली सेना की सुरक्षा में रखा गया था और फिर अस्थायी निवास स्थान पर भेजा गया था।

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