नेपाल की राजधानी काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बुद्धा एयर फ्लाइट के विमान ने इमरजेंसी लैंडिंग की। विमान को मैन्युअल लैंडिंग कराया गया, क्योंकि उसके बाएं इंजन से धुआं निकल रहा था। प्लेन में 76 लोग सवार थे। त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने एक बयान में कहा, “बाएं इंजन से आग निकलने के बाद बुद्ध एयर की उड़ान ने नेपाल के काठमांडू में त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर VOR लैंडिंग की। विमान में चालक दल सहित 76 लोग सवार थे।”
VOR क्या होता है?
वीओआर लैंडिंग पायलटों के लिए ग्राउंड-आधारित रेडियो स्टेशन (VOR- Very High Frequency Omnidirectional Range) से सिग्नल का उपयोग करके हवाई जहाज को नेविगेट करने और लैंड करने का एक तरीका है। यह पायलटों को रनवे के साथ लाइन में लगने में मदद करता है जब वे इसे स्पष्ट रूप से नहीं देख पाते हैं।
बुद्धा एयरलाइन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “फ्लाइट नंबर 953 काठमांडू से बदरपुर जा रही थी। कॉल साइन 9N-AJS के साथ उसको बाएं इंजन में तकनीकी खराबी के चलते काठमांडू एयरपोर्ट की तरफ फिर से डाइवर्ट किया गया। एयरक्राफ्ट ने सुरक्षित त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुबह 11 बज कर 15 मिनट पर सुरक्षित लैंडिंग की। हालांकि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए त्रिभुवन इंटरनेशनल ने बुद्धा एयर फ्लाइट की लैंडिंग के दौरान बाकी फ्लाइट के ऑपरेशन को अस्थायी रूप से रोक दिया।”
बुद्ध एयर प्रा. लिमिटेड नेपाल की एक प्रमुख एयरलाइन है। 23 अप्रैल, 1996 को सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश सुरेंद्र बहादुर बासनेट और उनके बेटे बीरेंद्र बहादुर बासनेट द्वारा स्थापित बुद्धा एयर 2023 में यात्रियों की संख्या के मामले में नेपाल का सबसे बड़ा घरेलू एयरलाइन बन गया। एयरलाइन पूरे देश में घरेलू उड़ानें संचालित करती है। नेपाल और काठमांडू में त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से वाराणसी के लिए भी सेवाएं प्रदान करती है।
पिछले साल भी हुआ था हादसा
बता दें कि बीते साल 24 जुलाई को नेपाल में एक खतरनाक विमान हादसा हुआ था। इसमें एक घरेलू विमान रनवे से फिसल कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह घटना भी काठमांडू एयरपोर्ट पर ही हुई थी। इसमें 18 यात्रियों की मौत हुई थी, जबकि पायलट गंभीर रूप से घायल हुआ था।