प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शुक्रवार (22 जुलाई) को कहा कि पाकिस्तान उस दिन का इंतजार कर रहा है जब कश्मीर उसका हिस्सा बनेगा। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पीएमएल-एन को विधानसभा चुनावों में मिली भारी जीत के बाद शरीफ ने यह बात कही। मुजफ्फराबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा, ‘हम उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब कश्मीर पाकिस्तान (का हिस्सा) बनेगा।’ लंदन में मई में हुई ओपन हार्ट सर्जरी के बाद अपनी पहली जनसभा में शरीफ ने कश्मीर के लोगों से अनुरोध किया कि ‘उन्हें ना भूलें जो लोग आजादी के आंदोलन के लिए कश्मीर में अपनी जान बलिदान कर रहे हैं।’

‘डॉन न्यूज’ के अनुसार, शरीफ ने कहा, ‘आजादी के उनके आंदोलन को रोका नहीं जा सकता और वह सफल होगा। आपको पता है कि कैसे उन्हें पीटा और उनकी हत्या की जा रही है। हमारी दुआएं उनके साथ हैं और हम उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब कश्मीर पाकिस्तान (का हिस्सा) बन जाएगा।’ पीएमएल-एन पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में अगली सरकार बनाने के लिए तैयार है। विधानसभा के 41 प्रत्यक्ष सीटों पर हुए चुनाव का अनौपचारिक परिणाम बताता है कि पार्टी को अभूतपूर्व जीत मिली है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैंने रात को चुनाव परिणाम देखे और सोचा, यदि हमारी जीत पक्की है तो मैं अपने भाई-बहनों को मुबारकबाद देने के लिए मुजफ्फराबाद जाऊंगा। मुझसे कहा गया कि कल या परसों आऊं, लेकिन मैंने कहा, मैं इंतजार नहीं कर सकता, मैं आज (शुक्रवार, 22 जुलाई) रात ही जाना चाहता हूं।’

प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर के लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और अपनी सेहत और सलामती की खातिर दुआ करने के लिए भीड़ का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने पीएमएल-एन के खिलाफ ‘नकारात्मक राजनीति’ करने वालों की आलोचना की और पार्टी के पक्ष में वोट देने के लिए सबका शुक्रिया अदा किया। गुरुवार (21 जुलाई) हुए चुनावों में प्रधानमंत्री शरीफ की पार्टी को भारी जीत मिली है। चुनाव में कुल 26 दलों और 423 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था।

पिछला चुनाव जीतने वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) महज दो सीटें जीत पायी है जबकि क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को दो और मुस्लिम कांफ्रेंस को तीन सीटें मिली हैं। आशा की जा रही थी कि तीन मुख्य राजनीतिक दलों पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), पीपीपी और पीटीआई के बीच कांटे की टक्कर होगी, लेकिन पीएमएल-एन ने सभी दलों को पीछे छोड़ते हुए भारी बहुमत से जीत हासिल की है। पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर की विधानसभा के सदस्यों के चुनाव में गुरुवार (21 जुलाई) को 26.74 लाख कश्मीरियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। 1975 में यहां संसदीय सरकार प्रणाली शुरू होने के बाद यह नौवां चुनाव था।