नासा में बिजली गुल होने से अंतरिक्ष स्टेशन से अस्थायी रूप से संपर्क टूट गया। NASA में बिजली कटने के कारण मंगलवार को मिशन कंट्रोल और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के बीच संपर्क टूट गया। मिशन कंट्रोल से स्टेशन पर कमांड नहीं भेजा जा सका। स्पेश स्टेशन ने जानकारी दी कि बिजली कट जाने की वजह से कुछ समय के लिए सात अंतरिक्ष यात्रियों से बात नहीं हो सकी ।

ह्यूस्टन के जॉनसन स्पेस सेंटर की इमारत में मरम्‍मत का काम चल रहा था, जिसके चलते बिजली गुल हो गई। हालांकि, बैकअप कंट्रोल सिस्टम के जरिए 90 मिनट के अंदर काम को फिर से स्टार्ट कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक, पहली बार NASA को स्पेश स्टेशन से कनेक्शन के लिए बैकअप सिस्टम का इस्तेमाल करना पड़ा।

90 मिनट के अंदर दोबारा शुरू हुआ काम

रूस-यूक्रेन जंग के तनाव के बीच अमेरिका को बिगड़े हालात पर काबू पाने के लिए रूस की स्‍पेस एजेंसी की मदद लेनी पड़ी। अंतरिक्ष स्टेशन कार्यक्रम प्रबंधक जोएल मोंटेलबानो ने कहा कि न तो अंतरिक्ष यात्री और न ही स्टेशन कभी किसी खतरे में थे और बैकअप कंट्रोल सिस्टम ने 90 मिनट के अंदर काम संभाल लिया। बिजली गुल होने के 20 मिनट के भीतर, चालक दल को रूसी संचार प्रणालियों के माध्यम से समस्या के बारे में सूचित किया गया था। उन्होंने कहा कि नासा को उम्मीद है कि आज समस्या का समाधान हो जाएगा और ऑपरेशन नॉर्मल हो जाएगा।

नासा में बिजली गुल होने के चलते कक्षा में मौजूद सात अंतरिक्ष यात्रियों से भी संपर्क टूट गया। जिसके बाद देर तक नासा स्पेस स्टेशन में अफरातफरी मची रही।

रूस की स्‍पेस एजेंसी की मदद लेनी पड़ी

गौरतलब है कि तूफान या अन्य आपदा की स्थिति में किसी भी समस्या से निपटने के लिए नासा ने ह्यूस्टन से मीलों दूर एक बैकअप कंट्रोल सिस्टम स्थापित किया है। वहीं, रूस के साथ तनाव के दौरान यह पहला मौका है जब अमेरिका की स्‍पेस एजेंसी को उनकी मदद लेनी पड़ी हो। युद्ध के बावजूद दोनों देशों की स्‍पेस एजेंसियां एक साथ मिलकर काम कर रही हैं। हालांकि रूस ने कहा है कि 2024 के बाद वह अंतरराष्‍ट्रीय स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) से हट जाएगा और अपना खुद का स्टेशन बनाएगा।