वाशिंगटन। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कूटनीति के हिस्से के तौर पर पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने को लेकर बहुत स्पष्ट प्राथमिकताएं रखते हैं। सुषमा ने कहा कि यहां तक कि शपथ लेने से पहले भी सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंधों की मोदी की प्राथमिकताएं स्पष्ट थीं जिसके चलते सभी दक्षेस प्रमुखों को शपथग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया था। उन्होंने कहा, ‘उनकी (मोदी) भूटान, नेपाल और जापान और अब अमेरिका यात्रा, सभी को बड़ी सफलता के रूप में देखा गया है।’ संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सत्र के दौरान कई देशों के नेताओं से मुलाकात करने वाली सुषमा ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘फास्ट ट्रैक’ कूटनीति का हिस्सा है।

एक विज्ञप्ति के अनुसार पिछले हफ्ते न्यूजर्सी में ‘ओवरसीज फ्रेंड्स आॅफ बीजेपी’ (ओएफबीजेपी)-यूएसए द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए सुषमा ने कहा कि उन्होंने इराक संकट के दौरान चुनौतियों का सामना किया जब इस्लामिक स्टेट के उग्रवादियों ने भारतीय नर्सों का अपहरण कर लिया था।

‘फास्ट ट्रैक’ कूटनीति के तहत 100 दिन में 11 देशों की यात्रा करने वाली सुषमा ने कहा कि हालांकि नई सरकार 48 घंटे से भी कम समय में उनकी रिहाई कराने में सफल रही। विदेश मंत्री ने आयोजन में मौजूद सिख समुदाय से वायदा किया कि इराक में अगवा सिखों की सुरक्षित रिहाई के लिए भारत हरसंभव कदम उठाएगा।

उन्होंने नेपाल, जापान और अन्य देशों की अपनी यात्रा के अनुभवों को अर्थपूर्ण ढंग से साझा किया और भारत की प्रगति व विकास में चीन और ऑस्ट्रेलिया के उत्साहपूर्ण सहयोग के बारे में भी बताया।

सुषमा स्वराज को मोदी सरकार की ‘फास्ट ट्रैक कूटनीति’ के अग्रणी प्रवर्तकों में से एक माना जाता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार भारत वशियों की आवश्यकताओं का ध्यान रखेगी और उनकी चिंताओं और शिकायतों का समाधान करेगी।

भाजपा के विदेशी मामलों के वैश्विक समन्वयक विजय जॉली ने कहा कि ओएफबीजेपी अमेरिका में समुदाय से संबंधित मुद्दों पर सक्रियता से काम कर रहा है। कार्यक्रम के दौरान सुषमा ने ‘द आइडिया ऑफ वन रिलीजन’ शीर्षक वाली पुस्तक का विमोचन किया जिसकी प्रस्तावना प्रधानमंत्री ने लिखी है। इस अवसर पर पंजाब कॉमर्स चेम्बर ने जम्मू कश्मीर आपदा राहत के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में 15 हजार डॉलर का अनुदान किया।