चीन की अपनी पहली यात्रा से पहले वहां की जनता से संवाद स्थापित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज चीन की लोकप्रिय माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ‘सीना वेइबो’ पर आमद की और इस पर खाता खोलने वाले पहले भारतीय नेता बन गये।
मोदी ने ट्विटर और फेसबुक जैसे इस प्लेटफॉर्म पर चीनी भाषा में लिखा, हेलो चीन, वेइबो के माध्यम से चीनी दोस्तों के साथ बातचीत करने को लेकर उत्साहित। मोदी के इस कदम पर मिलीजुली प्रतिक्रिया आई, जहां अधिकतर लोगों ने इसका स्वागत किया वहीं कुछ ने अरणाचल प्रदेश पर चीन के दावों का उल्लेख करते हुए भी टिप्पणी की।
मोदी के पहले पोस्ट पर आज 25000 से अधिक लोगों ने टिप्पणी की। भारतीय अधिकारियों ने बताया कि करीब 35.6 लाख लोगों ने आज शाम तक सीना वेइबो पर मोदी की टिप्पणी को पढ़ा। इस वेबसाइट से 50 करोड़ से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं।
वेइबो का अर्थ माइक्रोब्लॉग है और यह वेबसाइट एक तरह से चीन के सरकारी मीडिया के सामने वैकल्पिक मीडिया बनकर उभरी है। चीन में ट्विटर और फेसबुक प्रतिबंधित हैं और वेइबो सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के तौर पर उभरी है। मोदी ने अपनी पहली टिप्पणी के बाद दिन में दूसरी पोस्ट की और भारत और चीन के बीच बौद्ध धर्म के माध्यम से जुड़ी कड़ियों को रेखांकित किया।
उन्होंने लिखा, मैं बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर आप सभी को मेरी ओर से शुभकामनाएं देना चाहता हूं। आज हम भगवान बुद्ध के आदशोर्ं और मिशन को याद करते हैं जिन्होंने सौहार्द और बंधुत्व का संदेश प्रसारित किया था तथा शांतिपूर्ण दुनिया की कल्पना की थी। बुद्ध हमें, एशियाई देशों को जोड़ने वाली ताकत हैं। यह इस सदी को एशियाई सदी बनाने की मजबूत जोड़ने वाली शक्ति बनकर उभर सकती है।
वेइबो पर नजर रखने वालों के मुताबिक अधिकतर उपभोक्ताओं ने सकारात्मक भावना के साथ प्रतिक्रिया दी वहीं कुछ अन्य ने आश्चर्य जताते हुए पूछा कि चीनी नेता खुद जनता से संवाद करने के लिए वेइबो पर अपने खाते कब खोलेंगे। एक टिप्पणी में लिखा गया, हा हा हा, भारतीय प्रधानमंत्री ने चीनी वेइबो पर खाता खोला है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन समेत अनेक अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने चीनी जनता से संवाद करने के लिए वेइबो पर मौजूदगी दर्ज कराई है।
एक पोस्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी का चीन में स्वागत है। हम दोनों पड़ोसी देशों को कुछ अच्छी बातों पर चर्चा करनी है। देर-सवेर दुनिया हमारी ही होगी। आप बताइए। एक ने लिखा, भारतीय प्रधानमंत्री, हैलो। उम्मीद है कि आपके प्रशासन के दौरान हम सीमावर्ती क्षेत्र को लेकर समस्या का समाधान निकालने पर जोर दे सकते हैं। जिससे हमारे दोनों देशों के बीच अधिक विश्वास और स्वस्थ विकास होगा। हालांकि कुछ टिप्पणियां अरणाचल प्रदेश पर चीन के दावों को लेकर भी की गयीं जिसे चीन दक्षिणी तिब्बत कहता है।
एक टिप्पणी के अनुसार, दक्षिणी तिब्बत चीन का है। शुक्रिया। एक अन्य पोस्ट में किसी ने लिखा है, स्वागत, स्वागत। लेकिन दक्षिणी तिब्बत चीन का है। मोदी प्रधानमंत्री के रूप में अपनी पहली चीन यात्रा 14 मई से 16 मई के बीच कर सकते हैं। वैसे वह गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर पहले भी चीन जा चुके हैं। यहां अधिकारियों को उम्मीद है कि दूसरे देशों की तरह चीन में भी मोदी की सोशल मीडिया पहुंच बढ़ेगी और उनकी पोस्ट पर जोरदार प्रतिक्रियाएं आएंगी।