प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के आंदोलन के कुछ नेताओं की ‘विरासत हथियाने’ के कांग्रेस की ओर से उन पर लगाए जा रहे आरोपों पर रविवार को यहां हैरानी जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री क्या, वह जब मुख्यमंत्री भी नहीं थे तब भी महात्मा गांधी और अन्य नेताओं की बात किया करते थे।

यहां महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण करने के अवसर पर उन्होंने कहा कि इन दिनों भारत में मुझे लेकर एक चर्चा चल रही है और मैं सुनकर हैरान होता हूं। कुछ लोग कहते हैं कि मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद बार-बार गांधी का नाम लेते हैं और हर चीज में गांधी को लाते हैं। लेकिन हेमंत भाई (समारोह में उपस्थित) ने जो घटना सुनाई, उसके बाद मैं समझता हूं कि इस तरह की चर्चा करने वालों को जवाब मिल गया होगा कि जब मैं मुख्यमंत्री भी नहीं था और ब्रिस्बेन आता था तो यहां के लोगों से गांधी की बात करता था। गांधी का उल्लेख किए जाने के बारे में उन्होंने कहा कि यह मेरी प्रतिबद्धता है। यह मेरा समपर्ण है, यह मेरी उनके प्रति श्रद्धा भाव की अभिव्यक्ति है।

कांग्रेस के कई नेताओं ने पिछले दिनों आरोप लगाया है कि मोदी महात्मा गांधी, सरदार पटेल और जवाहरलाल नेहरू जैसे आजादी के आंदोलन से जुड़े नेताओं की विरासत को हथियाने का प्रयास कर रहे हैं। बड़े पैमाने पर नेहरू की 125वीं जयंती मनाने जा रही कांग्रेस ने देश-विदेश के कई नेताओं को आमंत्रित किया है लेकिन मोदी को नहीं।