Bangladesh News: बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) की अंतरिम सरकार की इस समय पूरी कोशिश यह है कि किसी भी कीमत पर मुल्क की पूर्व पीएम शेख हसीना (Sheikh Hasina) को भारत से लाया जा सके। यह बताता है कि मोहम्मद यूनुस, शेख हसीना को फंसाना चाहते हैं। वे तख्तापलट के बाद से ही शेख हसीना भारत में हैं। भारत सरकार (Indian Government) को हाल ही में पत्र लिखकर यह यूनुस सरकार ने मांग की थी कि शेख हसीना को भेजा जाए।
बांग्लादेश सरकार के पत्र पर जब भारत सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, तो अब यूनुस सरकार नया पैंतरे पर काम कर रही है। इसको लेकर बांग्लादेश इंटरनेशनल क्राइम ट्राइब्यूनल के प्रमुख प्रॉसीक्यूटर मोहम्मद ताजु इस्लाम ने कहा है कि शेख हसीना समेत जो भी लोग मानवता के गुनहगार हैं, उन्हें साल भर के अंदर सजा सुना दी जाए।
शेख हसीना के लिए क्या है यूनुस सरकार का प्लान?
दरअसल, फोरम फॉर बांग्लादेश स्टडीज की तरफ से आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस ने कुछ प्राथमिकताएं तय की हैं। उन्होंने दावा किया कि मोहम्मद यूनुस ने बताया है कि सबसे बड़ी प्राथमिकता ये है कि उन आरोपियों पर मुकदमा चलाया जाए।
यूनुस सरकार का मानना है कि जिन लोगों ने हत्याएं करवाई हैं और लोगों को गायब करवाया है, छात्रों के खून से मुल्क की जमीन से रक्तरंजित किया, उनके खिलाफ सबसे पहले केस चलाया जाए। यूनुस इसके जरिए सीधे तौर पर शेख हसीना को निशाना बना रहे हैं।
मोहम्मद यूनुस नहीं रोक पा रहे हैं मोहम्मद यूनुस?
शेख हसीना के बेटे ने लगाए यूनुस सरकार पर गंभीर आरोप
ICT के चीफ प्रॉसीक्यूटर ताजुल ने कहा कि जुलाई और अगस्त में छात्रों के आंदोलन को रौंदने के लिए उनकी हत्याएं करवाने में शेख हसीना की भूमिका थी। शेख हसीना के बेटे संजीब वाजिद ने मोहम्मद यूनुस नीत अंतरिम सरकार पर आवामी लीग के नेताों के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध के लिए न्यायपालिका का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
बांग्लादेश के अघोषित विदेश मंत्री तौहीद हुसैन ने कहा कि मुल्क चाहता है कि शेख हसीना वापस आएं और न्यायिक प्रक्रिया का सामना करें। वाजिद ने आरोप लगाया कि युद्ध आरोपियों का बचाव करने के प्रमाणित रिकॉर्ड के बावजूद यूनुस शासन द्वारा 22 दिसंबर को आईसीटी के मुख्य अभियोजक नियुक्त ताजुल इस्लाम ने हसीना के खिलाफ जानबूझकर दुष्प्रचार चलाने का दावा किया।
वाजिद ने यह भी दावा किया कि इंटरपोल न उनके खिलाफ रेड नोटिस जारी किया, जबकि ऐसा कुछ तो नहीं है। गौरतलब है कि शेख हसीना पांच अगस्त 2024 को भारत आईं थीं। वे तब से भारतीय राजधानी क्षेत्र के किसी सेफ हाउस में रह रही हैं। शेख हसीना से संबंधित अन्य खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।