Monkeypox Cases: मंकीपॉक्स के मामले दुनिया के कई देशों में सामने आ रहे हैं। इस वायरस के संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने की वजह से अमेरिका के कुछ राज्यों में हड़कंप मचा हुआ है। सैन फ्रांसिस्को में गुरुवार को मंकीपॉक्स को लोकल इमरजेंसी घोषित कर दिया गया है। सैन फ्रांसिस्को ऐसा करने वाला पहला प्रमुख अमेरिकी शहर है। मंकीपॉक्स के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है।
सैन फ्रांसिस्को के मेयर लंदन एन ब्रीड ने कहा, “सैन फ्रांसिस्को में कोरोना के दौरान देखा गया कि सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा के लिए त्वरित एक्शन आवश्यक है। हम जानते हैं कि यह वायरस सभी को समान रूप से प्रभावित करता है – लेकिन हम यह भी जानते हैं कि LGBTQ समुदाय के लोग इस समय अधिक जोखिम में हैं।”
मेयर ऑफिस के अनुसार, शहर में मंकीपॉक्स के 261 मामलों की पुष्टि हुई है। कैलिफोर्निया में 799 मामले, संयुक्त राज्य अमेरिका में 4,600 से अधिक मामले और 76 देशों में वैश्विक स्तर पर 19,000 से अधिक मामले हैं।
सैन फ्रांसिस्को के स्वास्थ्य अधिकारी सुसैन फिलिप ने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि लोग हमारे संसाधनों का इस्तेमाल कर पाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी बंद या बैन करने को लेकर योजना नहीं बनाई जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि इमरजेंसी की घोषणा स्वास्थ्य आदेशों के तहत की गई है।
भारत में आ चुके हैं चार मामले
भारत में मंकीपॉक्स के चार मामलों की पुष्टि हुई है जिसमें तीन केरल से और एक दिल्ली में सामने आया है। देश में मंकीपॉक्स से मृत्यु का एक भी मामला सामने नहीं आया है। केरल में पहला मामला आया था, इसके बाद से केंद्र और राज्य सरकार सतर्क हो गई हैं। वहीं, दिल्ली के एक 34 वर्षीय निवासी में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई है। इस व्यक्ति का अंतरराष्ट्रीय यात्रा का कोई इतिहास नहीं है। देश में मानव-से-मानव संचरण (human to human transmission) का यह पहला केस है।
