Israel-Iran War Updates in Hindi: ईरान ने देर रात इजरायल पर बड़ा हमला बोला है। एक साथ 200 से ज्यादा मिलाइलें दागी गई हैं। इसके बाद दोनों देशों के बीच आर-पार की लड़ाई शुरू हो गई है। ईरान ने दावा किया है कि उसकी मिलाइलों ने 90 फीसदी से ज्यादा टारगेट को मिशाना बनाया है। ईरान के इस हमले को हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बदले के तौर पर देखा जा रहा है। ईरान के हमले से इजरायल में कितना नुकसान हुआ है इसकी डिटेल सामने नहीं आई है। सूत्रों का कहना है कि इजरायल को इस हमले की जानकारी पहले ही मिल गई थी। ऐसे में इजरायल की ओर से उठाए गए कदमों ने इस बड़े हमले को नाकाम कर दिया।
नेतन्याहू को पहले ही मिल गई थी हमले की जानकारी
इजरायल को इस हमले की जानकारी पहले ही मिल गई थी। जानकारी के मुताबिक नेतन्याहू को जब इसकी जानकारी मिली तो दोपहर 2 बजे ही पूरे देश में कई पाबंदियां लगा दी गईं। शेरोन, डैन, यारकोन, शेफला, जेरूसलम, कार्मेल, वादी अरा, मेनाशे, सामरिया और शफेला में अतिरिक्त प्रतिबंध लागू किए थे। देश में किसी भी तरह के समारोह और कार्यक्रम रद्द कर दिए गए। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने का अलर्ट भी जारी कर दिया गया।
ईरान ने जब हाइपरसोनिक और बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया तो इजरायल ने उन्हें हवा में ही ढेर कर दिया। इससे पहले इजरायल ने कैबिनेट बैठक बुलाकर हमले से निपटने की तैयारियों पर चर्चा की। इजरायल ने इस बात का इनपुट अमेरिका से भी मिल गया। इजरायल को इस बात की जानकारी थी कि अगर ईरान से उस पर हमला किया तो उसकी मिसाइलें 12 मिनट के अंदर टारगेट तक पहुंच सकती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पूरी रणनीति तैयार की गई।
6 महीने में दूसरा हमला
बता दें कि इससे पहले ईरान ने अप्रैल में भी इजरायल पर हमला बोला था। तब एक साफ 100 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल और 30 क्रूज़ मिसाइलें दागी गई थीं। इस बार ईरान ने पहली बार हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया है। हालांकि इजरायल ने इस हमले को काफी हद तक नाकाम कर दिया। इजरायल के आयरन डोम और डेविड्ट स्लिंग की इस हमले को नाकाम करने में अहम भूमिका रही है। 1 मिनट के अंदर 100 किलोमीटर के दायरे में 200 टारगेट को ट्रैक कर उसे हवा में ही खत्म कर सकता है।
इजरायल ने ईरान को दी चेतावनी
इस हमले के बाद इजरायल की सेना की ओर से ईरान को चेतावनी दी गई है। उसकी ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि इस हमले का जवाब दिया जाएगा। ईरानी सरकारी मीडिया के हवाले कहा जा रहा है कि IRGC (ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) द्वारा दागी गई कुछ बैलिस्टिक मिसाइलों ने तथाकथित नेत्जारिम कॉरिडोर पर स्थित इजरायली टैंकों को निशाना बनाया है। बयान जारी किया और कहा कि यह हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और हमास के पॉलिटिकल लीडर इस्माइल हानिया की मौत का बदला था। ईरान के मिसाइल हमले के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का भी बयान सामने आया। राष्ट्रपति बाइडेन ने एक एक्स पोस्ट में कहा कि इजरायल को ईरानी मिसाइल हमलों से बचाने और क्षेत्र में अमेरिकी सेना की रक्षा करने में मदद करने के लिए तैयार है।