प्रमुख तेल व गैस कंपनी बीपी तेल रिसाव के एक मामले में अमेरिकी सरकार को 20 अरब डॉलर से अधिक का हर्जाना देगी। यह अमेरिकी इतिहास में पर्यावरण से जुड़ा सबसे बड़ा निपटान मामला है जो 2010 में मैक्सिको की खाड़ी में तेल रिसाव से जुड़ा है। अमेरिका के एक न्यायाधीश ने सोमवार को इस आशय के समझौता सौदे को मंजूरी दी। इसके साथ ही देश के इतिहास में तेल रिसाव के सबसे खराब मामले को लेकर वर्षाें की मुकदमेबाजी पर विराम लगेगा।
इस निपटान समझौते की घोषणा सबसे पहले जुलाई में की गई थी। इसमें 5.5 अरब डॉलर स्वच्छ जल कानून जुर्माना शामिल है। कंपनी पर्यावरण को हुए नुकसान के हर्जाने के साथ साथ स्थानीय सरकारों के दावों आदि के निपटान के लिए भी अरबों डालर देगी। इस धन का भुगतान लगभग 16 साल में किया जाएगा।
अमेरिका के न्याय विभाग का अनुमान है कि इस निपटान समझौते से बीपी पर 20.8 अरब डालर का बोझ आएगा। यह अमेरिकी इतिहास में पर्यावरण को नुकसान से जुड़ा अब तक का सबसे बड़ा हर्जाना मामला है। किसी कंपनी से जुड़ा यह सबसे बड़ा असैन्य समझौता है। रिग विस्फोट की इस घटना में 11 कर्मचारी मारे गए जबकि 13.4 करोड़ गैलन तेल का रिसाव हुआ।