डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के शांति मिशन में तैनात भारतीय सेना का एक अफसर पिछले कई दिनों से लापता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक लेफ्टिनेंट कर्नल गौरव सोलंकी पिछले छह दिन से लापता हैं। 7 सितंबर की दोपहर को लेफ्टिनेंट कर्नल अपनी टीम के साथ एक मिशन के तहत किवु लेक में कयाकिंग करने गए थे। कयाकिंग के बाद सोलंकी को छोड़कर उनमें से सभी वापस लौट आए लेकिन तब से सोलंकी की कोई खबर नहीं है। उन्हें खोजने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

लापता हुए लेफ्टिनेंट कर्नल की तलाश करने के लिए स्पीड बोट और हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। उन्हें हर घंटे खोजा जा रहा है लेकिन छह दिन बीत गए हैं और अबतक सोलंकी का कोई पता नहीं हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस मिशन पर तैनात एक अन्य अधिकारी ने बताया कि कयाकिंग करने गए सभी अफसर वापस आ गए लेकिन सोलंकी उनके साथ नहीं लौटे। अधिकारी को खोजने और बचाव के लिए स्पीड बोट और हेलीकॉप्टर को लगाया गया है और उनकी तलाश के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।

मध्य अफ्रीकी देश डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो इस समय भीषण गृहयुद्ध के हालातों से गुजर रहा है। यहां विद्रोही गुटों और सरकार के बीच काफी लंबे समय से सशस्त्र संघर्ष चल रहा है। इसलिए संयुक्त राष्ट्र ने शांति मिशन के तहत विभिन्न देशों की सैन्य टुकड़ियों को यहां तैनात भी किया है। बता दें विदेशी जमीन पर भारतीय सेना की सबसे बड़ी तैनाती कांगो में है। उत्तर किवु प्रांत की राजधानी गोमा में भारतीय ब्रिगेड का मुख्यालय स्थित है।