फुटबॉल मैच के बीच मैदान पर एक स्टार खिलाड़ी को चोट लग गई। वह मैच से बाहर कर दिया गया। उसकी टीम भी हार गई। घटना के बाद फुटबॉलर के चोटिल होने के पीछे एक मौलाना ने अनोखी वजह बताई। दावा किया कि अल्लाह ने फुटबॉलर को रोजा तोड़ने के लिए यह सजा दी थी। मामला मूलरूप से मिस्र के प्रोफेशनल फुटबॉलर मोहम्मद सलाह घाले से जुड़ा है। वह मिस्र की नेशनल टीम के अलावा मशहूर इंग्लिश क्लब लिवरपूल से खेलते हैं।
रविवार (27 मई) को यूऐफा चैंपियंस लीग के मुकाबले में लिवरपूल का सामना रियाल मैड्रिड के साथ हुआ था। मो.सलाह भी इस मुकाबले में खेल रहे थे। मैच के दौरान 31वें मिनट में वह कंधे में बल खेलते हुए गिर गए थे, जिसके कारण उनके चोट आ गई थी। यही कारण है कि उन्हें बेंच पर बैठना पड़ गया था। लिवरपूल की टीम यह मुकाबला 1-3 से हार गई थी।

कुवैत के मौलाना मुबारक अल बथाली ने अगले दिन इस घटना पर टिप्पणी की। ट्वीट कर उन्होंने कहा, “अल्लाह ने पवित्र महीने में मैच से पहले खाना खाने के लिए उसे (खिलाड़ी) सजा दी। उसे फाइनल मैच खेलना था, लिहाजा यह रोजा तोड़ने का वैध कारण नहीं है। सलाह ने पाप किया है।”
चूंकि सलाह ब्रिटेन से यूक्रेन तक का सफर कर के आए थे। ऐसे में वह काफी थक गए थे और भूखे भी थे, इसलिए उन्होंने रोजा तोड़ने का फैसला लिया था। लिवरपूल के फिजियोथेरेपिस्ट रूबेन पोंस ने भी इस बारे में पहले ही पुष्टि कर दी थी। उनकी इस संबंध में न्यूट्रिशियनिस्ट से चर्चा भी हुई थी।

बीते गुरुवार को पोंस ने बताया था कि सलाह शुक्रवार और मैच के दिन रोजा नहीं रखेंगे, लिहाजा मैच में उनके खेल पर इसकी वजह से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। मौलाना ने इसी पर आगे कहा, “यह मत समझो कि जीवन बहानों और प्रयासों से चलता है, बल्कि असल में यह सब तो अल्लाह के हाथ में है। ऐसे में यह चोट तुम्हारे लिए ठीक है।”