उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया को चेतावनी दी है कि अगर उसने सीमा के पास लाउडस्पीकर के जरिए दुष्प्रचार बंद नहीं किया तो युद्ध की नौबत आ सकती है जिसके बाद दक्षिण कोरियाई सेना अधिकतम चौकसी बरत रही है।
उत्तर कोरियाई पीपुल्स आर्मी (केपीए) ने कल कहा कि अग्रिम चौकी पर तैनात सैनिक आज पांच बजे शाम की समयसीमा से पहले युद्धकाल की तैयारी की स्थिति में चले गए हैं।
सोल में असान इंस्टीट्यूट थिंक टैंक ने कहा पहले की बातचीत के तौर तरीकों और रणनीति को देखते हुए वह :उत्तर कोरिया: सैन्य कार्रवाई का कदम उठाएगा, इसकी संभावना बहुत कम है।
बहरहाल, किम की नीति के बारे में अंदाजा लगाना मुश्किल है और हमले की उत्तर कोरिया की धमकी को खारिज भी नहीं किया जा सकता।
दोनों कोरियाई देशों में पिछले 65 साल से टकराव चल रहा है। 1950-53 संघर्ष का अंत युद्धविराम से हुआ लेकिन इसे औपचारिक रूप नहीं दिया गया।
उधर, संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया ने कहा है कि अगर दक्षिण कोरिया अपना दुष्प्रचार बंद नहीं करेगा तो कड़ा सैन्य जवाब दिया जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र में प्योंगयोंग के स्थाई उप प्रतिनिधि एन म्योंग हुन ने कल संवाददाताओं से कहा कि अगर दक्षिण कोरिया हमारी चेतावनी पर ध्यान नहीं देगा तो हमारी सेना का जवाब बहुत कठोर होगा।