अमेरिकी उप राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि अमेरिका ऐतिहासिक परमाणु समझौते का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए ईरान पर नजर रख रहा है। ईरान ने तेल अपने निर्यात पर प्रतिबंध सहित संयुक्त राष्ट्र और पश्चिमी देशों के प्रतिबंध हटाने के बदले अपनी परमाणु गतिविधियों पर अंकुश लगाने का वादा किया था। इसके बाद जुलाई में अमेरिका सहित ईरान और विश्व की छह शक्तियां इस समझौते के लिए सहमत हुए थे।

बाइडेन ने कहा, ‘‘ईरान की तरफ से समझौते को बरकरार रखने के लिए उसे प्रोत्साहन दिया जा रहा है। हमलोग ईरान पर नजर रखे हुए हैं।’’ लाबी समूह ‘अमेरिकन इस्राइल पब्लिक अफेयर्स कमिटी’ (एआईपीएसी) के वार्षिक नीति सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘‘इस समझौते के तहत ईरान को कभी परमाणु हथियारों के प्रसार की अनुमति नहीं होगी। अगर वह इसका उल्लंघन करता है तो अमेरिका कार्रवाई करेगा।’’

ईरान ने परमाणु हथियारों की इच्छा से इनकार किया है और कहा है कि उसके परमाणु कार्यक्रम खासकर बिजली पैदा करने जैसे शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए हैं। इस समझौते के तहत अगर ईरान बैठक में इसकी प्रतिबद्धताओं के समान ही आगे बढ़ता है तो परमाणु प्रतिबंधों में ढील दी जा सकती है।

बाइडेन ने कहा, ‘‘इस्राइल जो कुछ भी मांगेगा उसे वह सब-कुछ दिया नहीं जा सकता, लेकिन जो जरूरी होगा वह जरूर मिलेगा।’’