Iran-Lebanon Ceasefire: लंबे वक्त से एक दूसरे पर हमलावर इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच सीजफायर को लेकर समझौता हो गया है, जिसके चलते अब इजरायल इस बात पर सहमत हो गया है कि वह लेबनान पर कोई भी हमला नहीं करेगा। इजरायल की सरकार के तहत शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था यानी इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने युद्ध विराम पर सहमति जताई है, जो कि टकराव के बीच मिडिल ईस्ट से एक राहत भरी खबर है।

इस सीजफायर को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि संघर्ष विराम की अवधि इस बात पर निर्भर करती है, कि लेबनान में क्या होता है। हम समझौते लागू करेंगे और किसी भी उल्लंघन का जोरदार जवाब देंगे। नेतन्याहू ने कहा है कि हम सभी जीत होने तक एकजुट ही रहेंगे।

चार्ज लेने से पहले ही एक्शन में डोनाल्ड ट्रंप

नेतन्याहू ने बताया कि कब खत्म होगा

लेबनान और हिज्बुल्लाह के साथ सीजफायर को लेकर नेतन्याहू ने कहा कि हम हमास को खत्‍म करने का काम पूरा करेंगे हम अपने सभी बंधकों को घर ले आएंगे, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि गाजा अब इजरायल के लिए खतरा न बने और हम उत्तर के निवासियों को सुरक्षित घर वापस लौटाएंगे। नेतन्याहू ने कहा कि युद्ध तब तक खत्‍म नहीं होगा, जब तक हम इसके सभी लक्ष्यों को हासिल नहीं कर लेते, जिसमें उत्तर के निवासियों की सुरक्षित घर वापसी भी शामिल है और मैं आपको बताता हूं कि यह वैसा ही होगा, जैसा दक्षिण में हुआ था।

बता दें कि लेबनान और इजरायल के बीच सीजफायर में अहम भूमिका अमेरिका और फ्रांस ने निभाई है। इसको लेकर जो बाइडेन ने इस शांति समझौते को अंजाम तक पहुंचाने में मदद के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों को भी धन्यवाद कहा है।

जो बाइडेन ने एक्स पर किया पोस्ट

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने X पर ट्वीट किया और कहा कि आज, मेरे पास मध्य पूर्व से जुड़ी अच्छी खबर है। मैंने लेबनान और इजरायल के प्रधानमंत्रियों से बात की है। मुझे यह ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि दोनों देशों ने इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच विनाशकारी जंग समाप्त करने के लिए अमेरिका के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।

समझौते की क्या हैं शर्ते?

इजरायल और लेबनान के बीच समझौते के तहत लेबनान की सामी पर जंग रोकी जाएगी। इस डील को शत्रुता की स्थायी समाप्ति के लिए डिजाइन किया गया है। हिज्बुल्लाह और अन्य आतंकवादी संगठनों को इजरायल की सुरक्षा को खतरे में डालने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

इस समझौते के तहत आने वाले 60 दिनों में लेबनानी सेना और राज्य सुरक्षा बल तैनात होंगे और एक बार फिर अपने क्षेत्र पर नियंत्रण कर लेंगे। लेबनान में हिजबुल्लाह के आतंकवादी बुनियादी ढांचे को फिर से बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अगर हिजबुल्लाह या कोई और इस समझौते को तोड़ता है और इजरायल के लिए सीधा खतरा पैदा करता है, तो इजरायल के पास आत्मरक्षा का अधिकार रहेगा।