संयुक्त राज्य अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में अब केवल चार सप्ताह बचे हैं, और इजरायल की बढ़ती सैन्य गतिविधियां चुनावी परिदृश्य को जटिल कर रही हैं। विश्लेषकों के अनुसार, इस स्थिति का विशेष रूप से डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। गाजा में इजरायल के संघर्ष ने न केवल मानवता को प्रभावित किया है, बल्कि यह अमेरिकी मतदाता के नजरिए को भी प्रभावित कर रहा है।

मध्य पूर्व की स्थिरता पर प्रभाव
गाजा में इजरायल का युद्ध और लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ संघर्ष ने अमेरिकी विदेश नीति पर सवाल उठाए हैं। अमेरिकी प्रशासन का इजरायल के प्रति समर्थन कुछ मतदाताओं, विशेषकर अरब अमेरिकी समुदाय के बीच नाराजगी पैदा कर रहा है। यह मतदाता अब हैरिस के प्रति अनिच्छा दिखा रहे हैं, जो कि बाइडेन प्रशासन के साथ उनकी नीतियों को लेकर जुड़ी हुई हैं।

अर्थव्यवस्था और विदेश नीति
हालांकि अधिकतर अमेरिकी मतदाता विदेश नीति को प्राथमिकता नहीं देते हैं, लेकिन गाजा संकट के कारण अरब-अमेरिकी मतदाताओं में गहरी चिंता है। सर्वेक्षण के अनुसार, 80% से अधिक अरब अमेरिकियों का मानना है कि यह मुद्दा उनके वोट को प्रभावित करेगा। मिशिगन जैसे स्विंग राज्यों में जहां अरब-अमेरिकियों की बड़ी आबादी है, यह स्थिति और भी संवेदनशील हो गई है।

कमला हैरिस की स्थिति
कमला हैरिस ने अब तक बाइडेन की नीतियों से अलग होने का संकेत नहीं दिया है। हालांकि मतदाता एक मानवीय दृष्टिकोण की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन उनके अभियान ने इस पर ध्यान नहीं दिया है। इससे मतदाताओं के बीच गुस्सा बढ़ सकता है और वे चुनाव के दिन घर पर रह सकते हैं, जो हैरिस के लिए हानिकारक साबित होगा।

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ मुकाबला करते हुए, हैरिस को अब एक जटिल स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। कुछ मतदाता ट्रम्प को अस्वीकार्य मानते हैं, जबकि अन्य बाइडेन प्रशासन की नीतियों के खिलाफ वोट करना चाहते हैं।

ईरान और इजरायल के बीच हाल के तनाव ने अमेरिकी चुनावों में और भी अनिश्चितता पैदा कर दी है। ईरान द्वारा इजरायल पर हमले और इसके जवाब में इजरायल की बढ़ती सैन्य गतिविधियां अमेरिका में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा रही हैं। आने वाले समय में, यह स्पष्ट होना चाहिए कि इजरायल-हिजबुल्लाह संघर्ष और ईरान के साथ तनाव अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम को किस तरह प्रभावित कर सकता है। हैरिस की स्थिति को मजबूती से समझना और मतदाता की भावनाओं को ध्यान में रखना, उन्हें चुनाव में सफलता दिलाने के लिए आवश्यक होगा।