इजरायल-ईरान विवाद के बीच एक बार फिर ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई अमेरिका और इजरायल को चेतावनी दी है। हालिया हमलों को लेकर खामेनेई ने कहा कि हम ‘कठोर जवाब’ देने के लिए तैयार हैं। वह शनिवार को तेहरान में अमेरिकी दूतावास पर कट्टरपंथी छात्रों द्वारा 1979 में कब्ज़ा करने की वर्षगांठ से पहले छात्रों को संबोधित का रहे थे। इस घटना के बाद तेहरान और वाशिंगटन के बीच दशकों पुरानी दुश्मनी और मजबूत हो गई थी और आज तक भी कायम है। 

क्या बोले अयातुल्ला अली खामेनेई? 

ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने राजधानी तेहरान में कहा, “दुश्मनों को चाहे वे ज़ायोनी शासन (इजरायल) हो या अमेरिका जो कुछ कर वो कर रहे हैं, उसका जवाब जरूर मिलेगा।” उन्होंने ईरान समर्थित यमन के हूती, लेबनान के हिज़्बुल्लाह और फिलिस्तीनी हमास का भी ज़िक्र किया। हालांकि ईरानी लीडर ने किसी भी हमले के समय या उसके दायरे के बारे में विस्तार से नहीं बताया।

उन्होंने पहले अधिक सतर्क रुख अपनाते हुए कहा था कि अधिकारी ईरान की प्रतिक्रिया का मूल्यांकन करेंगे और इजरायल के हमले को न तो बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाना चाहिए और न ही कम करके आंका जाना चाहिए।  पिछले सप्ताह इजरायली सेना द्वारा ईरान में सैन्य ठिकानों पर हमले में इलम, खुज़ेस्तान और तेहरान में कई घंटों में लगभग 20 ठिकानों को निशाना बनाया गया था। 

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खामेनेई ने शनिवार तेहरान में विश्वविद्यालय के छात्रों से मुलाकात की। यह मौका 4 नवंबर, 1978 की घटना की याद में मनाए जाने वाले एक कार्यक्रम का था। जब ईरानी सैनिकों ने तेहरान विश्वविद्यालय में शाह के शासन का विरोध कर रहे छात्रों पर गोलियां चलाई थीं। भीड़ ने उत्साहपूर्ण जयकारों के साथ खामेनेई का स्वागत किया और नारे लगाए, “हमारी रगों में बहता खून हमारे नेता के लिए एक उपहार है!” ईरान और इजरायल के बीच लगातार संघर्ष बढ़ रहा है, फिलहाल ईरान की ओर से हमले की आशंका है। दुनियाभर के कई देशों ने दोनों ही देशों से शांति की अपील की है।