यमन की राजधानी सना में रविवार तड़के इजरायली हवाई हमले हुए। इजरायली एयर स्ट्राइक में यमन की राजधानी में हूती विद्रोहियों को निशाना बनाया गया। स्थानीय मीडिया की खबरों में यह जानकारी दी गई। खबर के अनुसार, ईरान समर्थित विद्रोहियों द्वारा इजरायल पर क्लस्टर बम दागे जाने के कुछ ही दिन बाद इजरायल का यह हमला हुआ है।
हूती मीडिया कार्यालय ने बताया कि सना के बिजलीघर और गैस स्टेशन समेत कई इलाकों को निशाना बनाया गया। निवासियों ने बताया कि राष्ट्रपति भवन के पास समेत कई इलाकों में धमाकों की तेज आवाज़ें सुनी गईं। विद्रोहियों के कब्जे वाले सना पर एक सप्ताह पहले किए गए हमले के वक्त इजराइल ने कहा था कि हमलों में ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाया गया, जिसके बारे में माना जाता है कि इसका इस्तेमाल विद्रोहियों द्वारा किया जाता था। हालांकि, इजरायल ने रविवार के किसी हमले की पुष्टि नहीं की।
इजरायल में किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं
ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने 22 महीनों से भी ज़्यादा समय से इजरायल पर मिसाइल, ड्रोन दागे हैं और लाल सागर में जहाजों को निशाना बनाया है। हूती विद्रोहियों का कहना है कि वे गाज़ा पट्टी में युद्ध के बीच फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए ये हमले कर रहे हैं। यह हमला हूती विद्रोहियों द्वारा शुक्रवार को इजरायल की ओर नयी मिसाइलों के दागे जाने के दावे के बाद हुआ है, जिसमें देश के सबसे बड़े हवाई अड्डे को निशाना बनाया गया। इस हमले से इजरायल में किसी तरह के नुकसान या किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
इजरायल का दावा- मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर दिया
इजरायली सेना ने कहा कि उसने मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर दिया। इजरायली वायुसेना के एक अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार रात यमन से इजरायल की ओर दागी गई क्लस्टर बम वाली मिसाइल एक नए ख़तरे का संकेत है। अधिकारी ने बताया कि हूती विद्रोहियों ने 2023 में इजरायल की ओर रॉकेट दागना शुरू करने के बाद से पहली बार इजरायल पर क्लस्टर बम दागा है। अधिकारी ने बताया कि क्लस्टर बमों के इस्तेमाल से इजरायल के लिए उन्हें रोकना मुश्किल हो जाता है। पढ़ें- संयुक्त राष्ट्र ने युद्ध प्रभावित गाजा में अकाल की घोषणा की