इस्लामिक स्टेट (आईएस) के चरमपंथी आतंकवादियों ने उत्तरी इराक के मोसुल शहर में पिछले कुछ दिनों में 300 से ज्यादा लोगों को मौत की सजा दी। यह जानकारी एक कुर्द सुरक्षा सूत्र से मिली है। गौरतलब है कि मोसुल शहर आईएस लड़ाकों के कब्जे में है।

आईएस के कब्जे से मोसूल को मुक्त कराने के लिए बने हशद वत्तानी या राष्ट्रीय जुटान नाम के संगठन के प्रवक्ता महमूद सूरूची ने कहा कि जिन लोगों को मौत की सजा दी गई, उनमें पूर्व पुलिस, पूर्व सैनिक और नागरिक कार्यकर्ता शामिल हैं। उन्हें दाइश (आईएस) ने इराकी सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने को लेकर मार डाला। हालांकि यह सजा कहां पर दी गई, इस बारे में उन्होंने कुछ नहीं बताया।

सूरूची ने कहा कि आईएस द्वारा की गई इस सामूहिक हत्या से यह साबित होता है कि उन्हें सबसे ज्यादा खतरा मोसुल के नागरिकों से है, जो समूह के कप्तरवादी इस्लाम के खिलाफ हैं।

मोसुल इराक की राजधानी बगदाद से 400 किलोमीटर उत्तर में है और निनेवेह प्रांत की राजधानी है। इस शहर पर जून 2014 से ही आईएस का कब्जा है, जब यहां से इराकी सरकार की सेनाएं अपने हथियार और अन्य सामान छोड़कर भाग गई थीं।