Jaishankar In America: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर क्वाड समिट के लिए अमेरिका दौरे पर गए हैं। वहां पर उन्होंने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की, भारत और अमेरिका के बीच में होने वाली संभावित डील को लेकर भी मंथन किया गया। अब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनसे रूस को लेकर भी सवाल किया गया। सवाल सिर्फ इतना था कि अमेरिका के एक सांसद उन देशों पर 500 फीसदी टैरिफ लगाने की बात की है जो रूस से तेल आयात करेंगे।
जयशंकर ने क्या संदेश दिया?
अब इसी सवाल पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्पष्ट जवाब दिया है। वे कहते हैं कि अमेरिका में जो भी गतिविधि होती है और अगर वो हम पर असर डालेगी, तो भारत की भी उस पर पैनी नजर रहती है। जयशंकर ने आगे बोला कि उर्जा सुरक्षा को लेकर भारत की जो भी चिंता है, उससे अमेरिका को अवगत करवा दिया गया है, ऐसे में जब हम उस पुल तक पहुंच जाएंगे, हमे उसे तब पार करना होगा।
किस बिल पर है इतना विवाद?
वैसे जिस बिल का जिक्र किया जा रहा है, उसे राष्ट्रपति ट्रंप भी अपना समर्थन दे रहे हैं। इस बिल में कहा गया है कि भारत और चीन के अलावा जो भी देश रूस के साथ आयात को बढ़ाएंगे, उन पर 500 फीसदी का भारी टैरिफ लगाया जाएगा। अब अगर ऐसा कोई भी बिल पारित हो जाता है, उस स्थिति में भारत को बड़ा झटका लगेगा, अमेरिका के साथ व्यापार करना और ज्यादा मुश्किल हो जाएगा। अभी के लिए भारत की नजर अमेरिका के साथ ट्रेड डील को फाइनल करने पर है।
भारत और रूस के रिश्ते
वहां भी भारत की पूरी कोशिश है कि उसके सभी हित सुरक्षित रहें। अमेरिका जिस तरीके से दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है, भारत की कूटनीति को आधार बनाकर समाधान खोजने की कोशिश में है। वैसे कूटनीति की वजह से ही भारत ने रूस से पिछले कुछ सालों में अपना तेल का आयात काफी बढ़ाया है। आंकड़े बताते हैं कि मई महीने में तेल आया 1.96 मिलियन बैरल प्रति दिन रहा था। 2022 के बाद से ही ये पैटर्न देखने को मिल रहा है, जब से कई पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं, भारत ने उससे उतना ही सस्ता तेल आयात किया है।
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