इराक में प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद किरकुक शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इन विरोध प्रदर्शन में एक नागरिक की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, कुर्द और अरब निवासियों के बीच प्रतिद्वंद्वी विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद इराकी शहर किरकुक में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
इराक के प्रधान मंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने किरकुक में कर्फ्यू लगाने और दंगों से प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक सुरक्षा बंदोबस्त बनाए रखने का आदेश दिया। उन्होंने सभी पक्षों से किरकुक गवर्नरेट में संघर्ष को रोकने और सुरक्षा, स्थिरता और शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने का आह्वान किया। एक स्थानीय अधिकारी ने कहा कि किरकुक में कई दिनों से चल रहे तनाव के बाद एक नागरिक की मौत हो गई और आठ घायल हो गए।
हिंसक प्रदर्शन के दौरान एक की मौत, कई घायल
उत्तरी इराक के किरकुक शहर में एक प्रमुख सुरक्षा प्रतिष्ठान की कमान संघीय अधिकारियों से स्थानीय कुर्द प्राधिकारियों को सौंपे जाने के खिलाफ जारी प्रदर्शन शनिवार को हिंसक हो गया, जिसमें एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किरकुक में इराक के संघीय पुलिस मुख्यालय की कमान कुर्दिश डेमोक्रेटिक पार्टी (केडीपी) को सौंपे जाने की योजना के दौरान प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हो गई। किरकुक में मुख्यत: कुर्द, अरब और तुर्कमेन लोग रहते हैं।
अक्टूबर 2017 में कुर्द प्राधिकारियों के कुर्द आजादी के लिए एक प्रतीकात्मक, लेकिन विवादास्पद जनमत संग्रह आयोजित करने के बाद संघीय बलों ने किरकुक और आसपास के तेल क्षेत्रों को अपने कब्जे में ले लिया था। केडीपी ने उस समय शहर में अपना मुख्यालय खाली कर दिया था। प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी के नेतृत्व में वर्तमान सरकार के गठन के लिए हुए समझौते में किरकुक में कुर्दिस्तान डेमोक्रेटिक पार्टी की वापसी का प्रावधान शामिल था।
किरकुक-एरबिल राजमार्ग बंद
पिछले हफ्ते अरब समुदाय के एक समूह ने किरकुक में केडीपी मुख्यालय को फिर से खोलने के विरोध में किरकुक-एरबिल राजमार्ग को बंद कर दिया था। कुर्द निवासियों ने राजमार्ग को फिर से खोलने की मांग की, जिससे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हो गई। स्थानीय इराकी सुरक्षा बलों के मुख्यालय को कुर्दिस्तान डेमोक्रेटिक पार्टी (KDP) को सौंपे जाने के बाद अरब निवासियों ने कई दिनों तक एक प्रमुख राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया था।