पाकिस्तान की तरफ से ईरान में एयर स्ट्राइक का दावा किया गया है। ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी ने भी इसकी पुष्टि की है। ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी IRNA द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पाकिस्तानी मिसाइल अटैक में मरने वाले सातों लोगों के पास ईरान की नागरिकता नहीं थी। पाकिस्तान द्वारा गुरुवार तड़के सीमा के पास ईरान के दक्षिण पूर्वी इलाके में हमला किया गया। IRNA के अनुसार, यह अटैक स्थानीय समय अनुसार, सबह चार बजकर पांच मिनट पर हुआ।
ईरान के दक्षिण-पूर्व में सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के डिप्टी गवर्नर जनरल अली रेज़ा मरहमती ने IRNA को बताया कि हमले में तीन महिलाएं और चार बच्चे मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि एक धमाका ईरान की सीमा पर स्थित एक गांव में हुआ जबकि दूसरा सरवन शहर के पास हुआ। इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ। आपको बता दें कि पाकिस्तान द्वारा ईरान में किया गया अटैक ईरान के सीमावर्ती सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी ज़ाहेदान से 347 किमी दक्षिण-पूर्व में हुआ।
पहले ईरान ने किया था अटैक, पाकिस्तान ने निकाला राजदूत
आपको बता दें कि ईरान ने पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत पर पहले हमला किया था। ईरान ने कहा था कि उसने यह हमला आत्म रक्षा में किया है और उसके द्वारा आतंकियों के ठिकानों को टारगेट किया गया है। ईरान की इस स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में मौजूद उनके राजदूत को निकाल दिया था और तेहरान में मौजूद अपने राजदूत को वापस बुलाने का ऐलान किया था।
बदले की भावना के तहत पाकिस्तान ने किया हमला?
हमास और इजरायल युद्ध के बीच अब ईरान और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव ने पश्चिमी एशिया में चिंता को और ज्यादा बढ़ा दिया है। यहां हुती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में कमर्शियल जहाजों को निशाना बनाए जाने से भी तनाव है। पाकिस्तान ने ईरान में हमला करने के बाद कहा कि यह एक्शन सभी खतरों के खिलाफ पाकिस्तान की सुरक्षा के प्रति सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।