ईरान और पाकिस्तान के बीच विवाद बढ़ चुका है। दरअसल ईरान के सैन्य बलों ने पाकिस्तानी क्षेत्र में आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के कमांडर इस्माइल शाह बख्श और उसके कुछ साथियों को मार गिराया है। न्यूज चैनल ईरान इंटरनेशनल इंग्लिश ने शनिवार को इसका दावा किया।
ईरान और पाकिस्तान के बीच रिश्ते सही नहीं है। ईरान ने एक महीने पहले भी पाकिस्तान सीमा में घुसकर जैश अल अदल के ठिकानों पर कार्रवाई की थी। वहीं इसके बाद पाकिस्तान सुन्नी चरमपंथी संगठन ने भी ईरानी एयरस्पेस में एयर स्ट्राइक की थी। जैश अल अदल सुन्नी चरमपंथी संगठन है और इसका गठन 2012 में हुआ था। ईरान इसे आतंकवादी समूह मानता है। जैश अल अदल बलूचिस्तान से संचालित होता है और इसने ईरानी सुरक्षा बलों पर कई हवाई हमले किए हैं।
ईरान ने एक महीने पहले 16 जनवरी की देर रात पाकिस्तानी सीमा में मिसाइल और ड्रोन से हमले किए थे। ईरान ने इस हमले में जैश अल अदल के 2 ठिकानों को नष्ट करने का दावा किया था। इसके बाद पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि ईरानी हमले में दो बच्चों की मौत हो गई और तीन लड़कियां घायल हो गई। दोनों देशों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि पाकिस्तान ने 17 जनवरी को ईरान से अपना राजदूत वापस बुला लिया था। पाकिस्तान ने यह भी कहा था कि वह ईरानी राजदूत को अपने देश में लौटने की अनुमति भी नहीं देगा।
इसके बाद 18 जनवरी को पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की थी। पाकिस्तानी सेना ने ईरान की सीमा में हवाई हमले किए थे। पाकिस्तान ने कहा था कि उसने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी और बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट के ठिकानों को निशाना बनाया था। बाद में दोनों देशों के बीच राजदूत स्तर की बैठक हुई थी और तनाव को कम करने पर सहमति जताई गई थी।
ईरान और पाकिस्तान के बीच समझौते की घोषणा पाकिस्तान की केयरटेकर सरकार के तत्कालीन विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी और ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने पाकिस्तान विदेश कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। अब्बास जिलानी ने कहा था, “ईरान और पाकिस्तान ने गलतफहमी को काफी जल्दी सुलझा लिया। दोनों देश आतंकवाद से लड़ने और एक-दूसरे की चिंताओं को दूर करने पर भी सहमत हुए।”