ईरान ने दावा किया है कि उसने ध्वनि की गति से 15 गुना तेज गति से जाने में सक्षम एक हाइपरसोनिक मिसाइल का निर्माण किया है। ईरान ने यह घोषणा ऐसे वक्त में की है जब उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका के साथ देश के संबंध पहले ही तनावपूर्ण हैं।

ईरान के सरकारी टेलीविजन ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि ‘फतह’ नामक मिसाइल की क्षमता 1400 किलोमीटर तक की दूरी तय करने की है। दावा है कि मिसाइल किसी भी क्षेत्रीय मिसाइल रक्षा प्रणाली से गुजर सकती है। हालांकि इस दावे के समर्थन में कोई दस्तावेज या फुटेज पेश नहीं की गई। टीवी पर प्रसारित फुटेज में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के सामने ईरान के रेव्ल्यूशनरी गार्ड मिसाइल के मॉडल का अनावरण करते दिखाई दे रहे हैं।

महसा अमीनी की मौत के समय भी हुआ था हाइपरसॉनिक मिसाइल बनाने का दावा

ईरान के पास बैलेस्टिक मिसाइलों का विशाल जखीरा है। बीते साल नवंबर में रेव्ल्यूशनरी गार्ड के जनरल आमिर अली हाजीजादेह ने दावा किया था कि उन्होंने एक हाइपरसोनिक मिसाइल का निर्माण किया है। जनरल की ओर से यह दावा उस वक्त किया गया था जब मॉरल पुलिस ने महसा अमीनी को गिरफ्तार किया था। बाद में उसकी मौत हो गई थी। महसा की मौत के बाद ईरान में विरोध प्रदर्शनों की बाढ़ आ गई थी और लोगों में काफी गुस्सा था।

टॅम्प ने 2018 में ईरान को परमाणु समझौते से कर दिया था अलग

गौरतलब है कि हाइपरसोनिक हथियार अपनी तेज गति के कारण मिसाइल रक्षा प्रणाली के समक्ष गंभीर चुनौतियां खड़ी कर सकता है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसी वजह से ईरान को 2018 में परमाणु समझौते से अलग कर दिया था। उसके बाद ट्रम्प ने घोषणा की थी कि परमाणु समझौते से पहले ईरान पर जो प्रतिबंध लगाए गए थे, उन्हें दोबारा लागू कर दिया गया है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी थी कि अगर कोई देश ईरान की मदद करता है तो अमरीका उस पर भी प्रतिबंध लगाएगा। ट्रम्प का कहना था कि समझौता ठीक नहीं था। उन्होंने आशंका जताई थी कि अगर ईरान समझौते के तहत आने वाली सभी बातों का भी पालन करता तो वो कुछ ही समय में परमाणु हथियार विकसति करने में सक्षम होगा।