भारतीय मूल के एक व्यक्ति को अपनी गर्भवती पत्नी पर चाकू से हमला करने के जुर्म में सात साल की कैद और छह कोड़े लगाने की सजा सुनाई गई है। आरोपी की पत्नी पूर्व में देह व्यापार में लिप्त थी। द स्ट्रेट्स टाइम्स में बुधवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार जयसेलान एन चंद्रसेगर (30) ने अपनी गर्भवती पत्नी को किसी अन्य व्यक्ति के साथ बात करते देखा और उसे गुस्सा आ गया। जिसके कारण उसने पत्नी मयूरी कृष्णकुमार के पेट में दो बार चाकू मारा और घटनास्थल से फरार होने के पहले उसके पीठ पर भी वार किया।
हालाँकि अदालत को मंगलवार को बताया गया कि हमले से अजन्मे शिशु को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। बता दें कि आरोपी ने अदालत में 27 वर्षीय अपनी पत्नी को हथियार से गंभीर चोट पहुंचाने के आरोप और मादक पदार्थों से जुड़े अपराध के संदेह में पकड़े जाने पर अपनी यूरीन का नमूना नहीं देने के आरोप को स्वीकार कर लिया है।
उप लोक अभियोजक ह्यूस्टन जोहानस ने अदालत को बताया कि आरोपी का विवाह 2013 में हुआ था लेकिन पैसे और बड़े बच्चे को लेकर उनके संबंध बेहद खराब हो गए थे। इस दौरान मयूरी ने अपने पति को बताया कि वह गर्भवती है लेकिन आरोपी ने इस बात पर संदेह जताया कि वह बच्चा उसका है। अदालत की सुनवाई के दौरान बताया गया कि महिला रोज की कलह से तंग आ कर पिछले साल 24 दिसंबर को घर छोड़ कर अपने मित्रों के घर चली गई थी। महिला के मित्र पहले रेडलाइट एरिया में यौन कर्मी रह चुके हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक मयूरी 30 दिसंबर को सुबह 11 बजे बाजार से नाश्ता खरीद रही थी तभी उसे नंदा नामक अपना एक दोस्त मिल गया और वह उससे बातें करने लगी। तभी जयसेलान दोनों को बातें करते देख लिया और गुस्से में आकर उसने अपनी पत्नी पर दोबारा देह व्यायापर के धंधे में लिप्त होने का आरोप लगाया। इससे पहले मयूरी कुछ कह पाती जयसेलान ने मयूरी को मुक्के मारे, लात मारी और फिर उस पर चाकू से हमला कर दिया।
घटना के बाद मयूरी को तत्काल टान टोक सेंग अस्पताल ले जाया गया उपचार के बाद उसे इस साल पांच जनवरी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।