पाकिस्तान सरकार ने मंगलवार को कहा कि भारत की कोई फिल्म उसके देश में रिलीज नहीं होगी। भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में आतंकी प्रशिक्षण शिविर तबाह करने के बाद पाकिस्तान सरकार ने भारतीय सामग्री पर पाबंदी लगाने की बात कही है। देश के सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फवद हुसैन ने कहा कि देश के फिल्म प्रदर्शक एसोसिएशन भारतीय फिल्मों का बहिष्कार करेगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान इलेक्ट्रानिक मीडिया नियामक प्राधिकरण को ‘‘भारत में बने विज्ञापनों’’ का प्रसारण नहीं करने का निर्देश दिया है। भारतीय वायुसेना के हमले के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है।
पाकिस्तान ने मंगलवार को भारत के दावे को ‘‘पूरी तरह खारिज’’कर दिया कि उसने बालाकोट के नजदीक आतंकवादी शिविर को निशाना बनाया और भारी क्षति पहुंचाई। साथ ही उसने संकल्प लिया कि वह ‘‘अपने पसंद के स्थान और समय’’ पर इसका जवाब देगा और मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाएगा। पाकिस्तान के अंदर बालाकोट में भारतीय हवाई हमले के कुछ घंटे के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की विशेष बैठक में प्रधानमंत्री इमरान खान ने सशस्त्र बलों और पाकिस्तान के लोगों से किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है।
26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर बम से हमला कर उसे नष्ट कर दिया। हमले में ‘‘काफी संख्या में’’ आतंकवादी, प्रशिक्षक और वरिष्ठ कमांडर मारे गए। इस्लामाबाद में एनएससी की बैठक के बाद एक बयान में कहा गया, ‘‘फोरम (एनएससी) भारत के दावे को पूरी तरह खारिज करता है कि उसने बालाकोट के नजदीक एक कथित आतंकवादी शिविर को निशाना बनाया और भारी क्षति पहुंचाई। भारत की सरकार ने एक बार फिर काल्पनिक दावे किए हैं।’’ इसने दावा किया कि ‘‘चुनावी माहौल में अपने घरेलू फायदे के लिए कार्रवाई की गई जिससे क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को गंभीर खतरा पहुंचा है।’’ इसने कहा, ‘‘फोरम का मानना है कि भारत ने गैर जरूरी आक्रामकता अपनाई जिसका पाकिस्तान अपनी पसंद के स्थान और समय पर जवाब देगा।’’ एनएससी ने दुनिया की मीडिया को जमीनी हकीकत दिखाने के लिए आमंत्रित किया और घटनास्थल का दौरा करने का प्रस्ताव दिया।