Palm oil import from malaysia: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ मलेशिया की बयानबाजी के जवाब में भारत ने उससे पाम ऑयल के आयात में पाबंदियां लगा दी हैं। अब कश्मीर मसले पर अपने सुर में सुर मिलाने वाले मलेशिया को लेकर इमरान ने कहा है कि भारत ने जो पाबंदी लगाई है, उसके बदले में हम जितना हो सकेगा, उतनी खरीद करेंगे।

इन दिनों मलेशिया के दौरे पर मौजूद इमरान खान ने मंगलवार (4 फरवरी, 2020) को कहा कि पाकिस्तान मलेशिया से ज्यादा से ज्यादा पाम ऑयल खरीदने की कोशिश करेगा। उन्होंने कहा कि पाम ऑइल के सबसे बड़े आयातक भारत की ओर से पाबंदियों के चलते मलेशिया को हो रहे नुकसान की हम भरपाई करेंगे।

मलेशिया के पीएम महाथिर मोहम्मद ने इमरान खान के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने उनसे पाम ऑयल को लेकर बात की है और उन्होंने ज्यादा से ज्यादा खरीद का भरोसा दिलाया है। इस पर इमरान खान ने कहा कि हां यह सही है कि हमने भारत की ओर से लगाई गई पाबंदियों को समझा है। इससे होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए पाकिस्तान हरसंभव कोशिश करेगा।

साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मलेशिया के 94 वर्षीय पीएम मथाहिर ने कश्मीर के मुद्दे पर कुछ नहीं कहा। हालांकि पाकिस्तान के पीएम इमरान कान ने कहा कि हम मलेशिया के पीएम का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं, जिन्होंने अन्याय के खिलाफ बोला। मैं पाकिस्तान की ओर से उन्हें शुक्रिया अदा करता हूं।

भारत के मुकाबले एक चौथाई खरीद से कैसे मदद करेगा पाक?: पाकिस्तान के पीएम की ओर से भारत के बदले में मलेशिया से खरीद करने का दावा खोखला ही नजर आता है। मलेशियाई पाम ऑयल काउसिंल के मुताबिक बीते साल भारत ने 4.4 मिलियन टन पाम ऑयल का आयात किया था, जबकि पाकिस्तान ने महज 1.1 मिलियन टन का ही आयात किया था। साफ है कि भारत के मुकाबले सिर्फ एक चौथाई आयात करने वाले पाकिस्तान के लिए मलेशिया के नुकसान की भरपाई करना मुश्किल होगा।

मलेशियाई पीएम बोले, जल्द सुलझेगा भारत विवाद: इस बीच मलेशिया के पीएम मथाहिर मोहम्मद ने यह भी कहा है कि भारत के साथ यह विवाद अस्थायी है और जल्दी ही इसका समाधान कर लिया जाएगा।