Bangladesh News: भारत ने बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना का वीजा आगे बढ़ा दिया है। इससे अब यह बात तो क्लियर हो गई है कि भारत शेख हसीना को डिपोर्ट नहीं करेगा। बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार ने भारत से डिमांड की है कि वह शेख हसीना को बांग्लादेश प्रत्यर्पित कर दें, ताकि उन पर अलग-अलग मामलों में केस चलाया जा सके। शेख हसीना का पासपोर्ट रद्द होने के बाद भी वीजा की समय सीमा को बढ़ा दिया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डिपोर्ट की मांग के बीच शेख हसीना के वीजा को बढ़ाकर भारत ने बांग्लादेश की सरकार को बिल्कुल साफ संदेश दिया है कि फिलहाल वह उनका प्रत्यर्पण नहीं करेगा। बांग्लादेश की सरकार ने दिसंबर के महीने में भारत को एक नोट भेजकर उनके बांग्लादेश में प्रत्यर्पण को लेकर आग्रह किया था। भारत के इस फैसले के बाद बांग्लादेश की तरफ से क्या कदम रहने वाला है। इस पर भी कड़ी नजर रहेगी।

बीएनपी नेता ने दी प्रतिक्रिया

हालांकि, बीएनपी का इस मामले पर बयान सामने आया है। बीएनपी के वरिष्ठ संयुक्त महासचिव रूहुल कबीर रिजवी ने कहा कि शेख हसीना का वीजा बढ़ाना भारत का आंतरिक मामला है, लेकिन हमें नहीं पता कि इसके पीछे कोई गलत मंशा है या नहीं। बीएनपी नेता ने कहा, ‘एक लोकतांत्रिक देश उस हत्यारे को कैसे शरण दे सकता है और उसका वीजा कैसे बढ़ा सकता है? बांग्लादेश के लोगों ने इसे सकारात्मक रूप से नहीं लिया है।’

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शेख हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी

बांग्लादेश के आईसीटी ने हसीना और कई पूर्व कैबिनेट मंत्रियों, सलाहकारों, साथ ही सैन्य और नागरिक अधिकारियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं। मुख्य सलाहकार के उप प्रेस सचिव अबुल कलाम आजाद ने कहा कि जुलाई में हुई हत्याओं की वजह से शेख हसीना समेत कई लोगों का पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है। बता दें कि पिछले साल 5 अगस्त को शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हो गया था। इसी दिन शेख हसीना ने पीएम के पद से इस्तीफा दे दिया था और वह भारत आ गईं थीं। अब वह दिल्ली में किसी सुरक्षित जगह पर रह रही हैं। शेख हसीना के भारत में आने के बाद अंतरिम सरकार का गठन किया गया और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को सत्ता की चाबी दी गई है। क्या शेख हसीना को गिरफ्तार कर लिया जाएगा पढ़ें पूरी रिपोर्ट…