भारत और चीन के बीच में सीमा पर तनाव की स्थिति पिछले कुछ सालों से बनी हुई है। गलवान संघर्ष के बाद से तो स्थिति और ज्यादा विस्फोटक देखने को मिली। लेकिन अब दोनों ही देश फिर बातचीत के रास्ते पर आ चुके हैं, रिश्ते सुधारने और तनाव को कम करने पर जोर दिया जा रहा है। इस समय क्योंकि पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की संभावित मुलाकात की भी चर्चा चल रही है, ऐसे में तेज गति के साथ एलएसी पर विवाद को खत्म करने की कवायद है।

भारत-चीन मुलाकात में क्या हुआ?

इसी कड़ी में शुक्रवार को बीजिंग में भारत और चीन के प्रतिनिधिमंडल की एक अहम मुलाकात हुई थी। उस मुलाकात में भारत का प्रतिनिधित्व अगर ईस्ट एशिया के ज्वाइंट सेकरेट्री गौरांगलाल दास ने किया तो चीन की तरफ विदेश मंत्रालय के हॉन्ग लिआंग मौजूद रहे। अब मीटिंग तो हर बार की तरह तनाव को कम करने पर फोकस रहा, लेकिन एक बात पहली बार बोली गई। उस बात ने ही इशारा कर दिया है कि अब हर कीमत पर भारत और चीन को सीमा पर तनाव कम करना होगा।

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मीटिंग की सबसे बड़ी बात क्या रही?

असल में जारी बयान में कहा गया कि दोनों ही पक्षों के बीच में काफी फ्रैंक, निर्णायक बातचीत हुई है, जिससे मतभेदों को कम किया जा सके और हर मुद्दे पर जल्द समाधान मिले। अब इस पूरे बयान में एक सबसे अहम पहलू ‘Narrow down the Differences’ रहा है। इससे पहले किसी भी बातचीत के दौरान इस लाइन का इस्तेमाल तक नहीं हुआ, लेकिन अब जब पीएम मोदी और शी जिनपिंग की  BRICS समिट में मुलाकात हो सकती है, उसे देखते हुए यह तेजी दिखाई जा रही है।

क्या कूटनीति ही कम करेगी तनाव?

एक बड़ी बात यह भी है कि अभी तक WMCC की जो मुलाकातें हो रही थीं, उनमें कमांडर लेवल के ऑफिसर शामिल हो रहे थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ और मिलिट्री के बजाय कूटनीतिक रास्तों के जरिए समाधान निकालने की कवायद दिखी। ऐसा इसलिए भी करना पड़ा है क्योंकि कुछ ऐसे विवादित प्वाइंट्स बने हुए हैं जहां पर भारत और चीन के बीच में अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। इसमें Depsang Plains, Demchok, Gogra-Hot Springs शामिल है। अब अगर भारत इन सभी प्वाइंट्स पर विवाद को खत्म किया गया तो एक बार फिर भारत और चीन के रिश्ते सामान्य हो सकते हैं। लेकिन भारत का रुख साफ है कि वो शांति जरूर चाहता है, लेकिन अपने हित के साथ कोई समझौता नहीं करने वाला है, ऐसे में इस कूटनीतिक समाधान का रास्ता कुछ लंबा रह सकता है।

Shubhajit Roy की रिपोर्ट