कश्मीर में सक्रिय अलगाववादियों को पाकिस्तान से समर्थन मिलना कोई नई बात नहीं है। लेकिन, अब इन पृथकतावादियों के समर्थन में पाकिस्तान में खुलेआम पोस्टर भी लगने लगे हैं। पाकिस्तानियों ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी में ऐसे ही पोस्टर लगाकर कश्मीर में सक्रिय अलगवावादी नेताओं का समर्थन किया है। इन पोस्टरों में हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता सैय्यद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक, यासीन मलिक और आसिया आंद्राबी के फोटो लगे हैं। पाकिस्तान में ये पोस्टर ऐसे समय सामने आए हैं जब पड़ोसी देश कश्मीर को लेकर फर्जी प्रचार अभियान चलाने में जुटा है। हालांकि, इसमें उसे सफलता नहीं मिली। इसमें अलगाववादियों का खुलेआम समर्थन करने की बात कही गई है। पाकिस्तान की राजधानी में अलगाववादी समर्थक पोस्टरों से कश्मीर में अलगाववाद और हिंसा भड़काने में पड़ोसी देश की संलिप्तता एक बार फिर से सामने आ गई है। बता दें कि भारत लगातार पाकिस्तान द्वारा घाटी में अलगाववादियों और आतंकियों को मदद पहुंचाने की बात कहता रहा है। पाकिस्तान में लगे पोस्टर से पाकिस्तानी सरकार और अलगाववादियों की साठगांठ सतह पर आ गई है।
In Pics
Pakistan observing Kashmir Solidarity Day. Posters and banners displayed at many places in Pakistan.#pakistan #kashmir pic.twitter.com/yqXZfYyeR2
— KNS 24×7 (@kns_24x7) April 6, 2018
कश्मीर में पिछले कुछ वर्षों में हिंसा बढ़ी है। आतंकी सुरक्षाबलों के साथ आम नागरिकों को भी निशाना बनाने से नहीं चूक रहे हैं। इसके अलावा सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तानी सुरक्षाबल संघर्ष विराम का उल्लंघन कर लगातार गोलीबारी कर रहे हैं। इसके कारण सीमा से लगते क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा है। भारत द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन करने की औपचारिक शिकायत के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सीमा पर गोलीबारी की आड़ में आतंकियों को भारतीय क्षेत्र में धकेलने की कोशिश की जाती है। कुछ दिनों पहले ही घाटी में सुरक्षाबलों ने दस से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया था। इसके अलावा पड़ोसी देश कश्मीर के युवाओं को भी हिंसा के लिए उकसा रहा है। दूसरी तरफ, अलगाववादी नेता लगातार हिंसक विरोध-प्रदर्शनों को हवा देने में जुटे हैं। सुरक्षाबलों के काफिलों पर हिंसक भीड़ द्वारा हमला कर देना आम बात हो चुकी है। खुफिया एजेंसियों की छानबीन में इसके पीछे सीमापार के तत्वों के शामिल होने की बात सामने आ चुकी है। बता दें कि हुर्रियत के कई नेताओं पर पाकिस्तान से पैसे लेने की बात भी सामने आ चुकी है। इनके खिलाफ कानून कार्रवाई चल रही है।