पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जेल में बंद हैं। इस बीच उन्हें बड़ा झटका लगा है। पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान खान के दो निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले नामांकन पत्र को खारिज कर दिया। अप्रैल 2022 में प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद से इमरान राजनीतिक और कानूनी लड़ाइयों में उलझे हुए हैं।

इमरान खान की मीडिया टीम ने कहा कि इमरान खान को भ्रष्टाचार के आरोप के कारण 8 फरवरी को होने वाले राष्ट्रीय चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया गया है, लेकिन फिर भी उन्होंने शुक्रवार को चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। लाहौर से खारिज किए गए उम्मीदवारों की सूची में पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने कहा कि इमरान खान का नामांकन खारिज कर दिया गया क्योंकि वह निर्वाचन क्षेत्र के रजिस्टर्ड मतदाता नहीं थे।

चुनाव आयोग ने कहा कि इमरान खान अदालत द्वारा दोषी ठहराए गए हैं और चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित किए गए हैं। उनकी मीडिया टीम ने कहा कि चुनाव आयोग ने उनके गृहनगर मियांवाली से चुनाव लड़ने के लिए उनके नामांकन को भी खारिज कर दिया है।

इमरान खान को पाकिस्तान के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में देखा जाता है। उनका कहना है कि उन्हें सेना द्वारा निशाना बनाया जा रहा है, जो उन्हें चुनाव से बाहर रखना चाहती है। वहीं सेना ने इन आरोपों से इनकार किया है। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पिछले शुक्रवार को इमरान खान को देश के रहस्यों को लीक करने से संबंधित एक मामले में जमानत दे दी थी। हालांकि एक दिन बाद एक हाई कोर्ट ने चुनाव लड़ने से उनकी अयोग्यता को निलंबित करने से इनकार कर दिया था।

हालांकि शुक्रवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इमरान खान को राहत दी थी। कोर्ट ने इमरान खान को पार्टी के नेताओं और वकीलों को अदियाला जेल में उनसे मिलने और 8 फरवरी को होने वाले चुनावों के लिए रणनीतिक बैठकें करने की अनुमति दे दी थी। बता दें कि इमरान खान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के नेता असद कैसर, जुनैद अकबर खान, सीनेटर औरंगजेब खान और इश्तियाक मेहरबान के साथ बैठक करने की अनुमति मांगी थी।