नेपाल में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भगवान बुद्ध के साथ मेरा एक और संबंध भी है। जिस स्थान पर मेरा जन्म हुआ, गुजरात का वडनगर, वो सदियों पहले बौद्ध शिक्षा का बहुत बड़ा केंद्र था। सोशल मीडिया पर मोदी की ये बात सुनकर लोग बिफर गए। एक ने लिखा कि अपनी पत्नी को छोड़कर जनाब के सभी से संबंध है। इनका सबके साथ अच्छा रिस्ता होगा मगर सच का साथ कभी नहीं होगा। एक यूजर ने लिखा कि मोदी जी जितने विश्वास से झूठ बोलते हैं उतने विश्वास से तो कोई दूसरा सच बोल नहीं पाता है।

नितिन ने हाथ जोड़कर कहा कि सर माफ करे पर अपकी भूमिका यह सवाल खड़ा हो रहा है कि आप धर्म गुरु हैं या प्रधानमंत्री। क्या लगा रखा है? साहब क्या वजह है कि देश गुलामी जैसे हालात में है। CNG पर 16 रुपये, पेट्रोल पर 25, डीजल पर 21 और घरेलू गैस पर 250 रुपये बढ़ जाते हैं।

अजय कनौजिया ने लिखा देश मे जहां जहां भी अदभुत व चमत्कार हैं वहां से इनके संबंध हैं। कमल है भारत देश मे जहां कोरोना से सबसे ज्यादा 47 लाख मौतें हुई है वहां से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का संबंध है पर संबंध में इनकी कोई टिप्पणी नहीं है।

स्वामी ने पूछा कि हे मालिक आपका संबंध किस किस से नहीं है बस वो जगह बता दो। प्रमोद सुईवाल ने लिखा कि आपके संबंध कहां कहां, किस सें रहे, कब रहे इससे जनता को क्या मतलब है? स्तरहीन भाषणबाजी। शेखर विश्वास के हैंडल से लिखा गया कि आपका हर चीज से नाता होता है। लेकिन सिर्फ जिन मुद्दो को उठाकर गद्दी पाई थी, उनसे मुंह फेर लेते हैं। रजनीश ने लिखा कि इसने किसी को नहीं छोड़ा है। इनका रिश्ता नहीं है सिर्फ इनके साथ अंबानी, अडाणी, नीरव, मेहुल, माल्या,आसाराम, राम-रहीम, रामदेव, नवाज शरीफ, शी जिनपिंग…।

संतोष यादव ने लिखा कि अब ये मत बोल देना कि बुद्ध जी को जब थकान लगती थी तो मेरे हाथों की चाय पीने वडनगर स्टेशन पर आ जाते थे। किशन गुप्ता ने लिखा कि बुद्ध ने ईश्वर को पाने के लिए घर छोड़ा था और आपने ईश्वर की माया पाने के लिए घर छोड़ा था।

अशोक अग्रवाल ने लिखा कि मोदी आपका तो हर जगह से नाता है। मुझे विश्वास है आपका नर्क से भी कोई न कोई नाता जरुर होगा। ये तो नही कहा न कि मेरा जन्म लुंबिनी में हुआ था और हम दोनो लंगोटिया यार थे। एक ने लिखा कि इस बन्दे का सम्बंध दुनिया मे हर कोने से है। इतना बड़ा फेंकू नहीं देखा है।