श्रीलंका में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और लगभग दस लाख नागरिकों को विस्थापित होना पड़ा है। आपदा प्रबंधन के शीर्ष अधिकारी लाल सरत कुमार ने शनिवार को बताया कि देश के 17 जिलों में 2,70,000 से ज्यादा परिवारों के 980,095 लोग प्रभावित हुए हैं।
कुमार ने बताया कि 17 लोगों की मौत हुई है और 15 से ज्यादा लोग लापता हैं। 12 अन्य व्यक्ति घायल हो गए हैं। मारे जाने वाले 17 लोगों में से नौ लोगों की मध्य बदुल्ला जिले में बुरी तरह प्रभावित रिपलोला में भूस्खलन से मौत हुई है। उन्होंने बताया कि 4,200 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं जबकि 13,000 अन्य घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी, मध्य, उत्तरी और उत्तर मध्य जिलों में और बारिश होने के कारण स्थिति और खराब होने की आशंका है। अक्तूबर में देश के मध्य पहाड़ी क्षेत्र में चाय बगान श्रमिकों के घर जमींदोज हो जाने के कारण कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई थी।
मलेशिया में तीन दशक की सबसे भीषण बाढ़ में सात मरे :
मलेशिया में पिछले कई दशकों में आई सबसे भीषण बाढ़ की वजह से कम से कम सात लोग मारे गए और 1,32,000 से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। बिजली की कटौती और सड़कों की तबाही के बीच प्राधिकारी बचाव कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नजीब रजक ने देश के आठ राज्यों में भूस्खलन, सड़कों के बाधित होने और बाढ़ का पानी भरने के बाद शनिवार को बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 50 करोड़ मलेशियाई रिंगिट (14.3 करोड़ डालर) के अतिरिक्त कोष की घोषणा की।
इस बीच, मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में केलांतन, तेरेंग्गनू और पहांग राज्यों में बाढ़ से कोई राहत न मिलने का संकेत दिया। रजक अमेरिका में अपनी छुट्टी बीच में ही खत्म करते हुए आपात अभियानों का जायजा लेने के लिए शनिवार को केलांतन पहुंचे। देश के लोग रजक के हवाई में छुट्टियां मनाने से नाराज थे। रजक को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ वहां गोल्फ खेलते देखा गया था।
पिछले 30 से अधिक सालों में देश में आई यह सबसे भीषण बाढ़ है। मौसम विभाग ने सप्ताहांत में भारी बारिश के जारी रहने का अनुमान लगाया है।