पाकिस्तान के सिंध प्रांत से एक मंदिर में तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। इस मामले में पाकिस्तान पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार भी किया है। पुलिस उसकी मानसिक स्थिति की जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक आरोपी नशे का आदी है और उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है।
सिंध प्रांत के बादिन जिले के करियो घांवर इलाके में स्थित श्री रामदेव मंदिर में कुछ दिन पहले तोड़फोड़ हुई थी। 10 अक्टूबर मामला सामने आया जिसके बाद स्थानीय पुलिस के पास अशोक कुमार नामक के एक नागरिक ने एफ़आईआर दर्ज़ कराई थी और मोहम्मद इस्माइल शीदी नाम के एक व्यक्ति पर मंदिर की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 295(ए) के तहत मामला दर्ज कर अभियुक्त मोहम्मद इस्माइल शैदी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधिकारी बादिन शबीर सेथार ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने के कुछ ही घंटों के भीतर इस्माइल को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्होंने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। शबीर ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में 24 घंटे के अदर जांच रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें शक है कि आरोपी की मानसिक हालत ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हम अभी यह तय नहीं कर पाए हैं कि इस्माइल मानसिक रूप से ठीक है या नहीं और उसने जानबूझ कर मंदिर की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया है या नहीं।’ शबीर सेथार ने बताया कि इस्माइल शीदी नशे का आदी भी है।
इस घटना की निंदा करते हुए, लंदन स्थित पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता और देश में न्याय के प्रवक्ता अनिला गुलज़ार ने कहा कि 428 में से केवल 20 मंदिर ही बचे हैं। गुलजार ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि मैं 10 अक्टूबर को बाडिन सिंध पाकिस्तान में श्री राम मंदिर के खिलाफ किए गए बर्बरतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं।
बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है। यहां हिंदुओं की अधिकतम आबादी मुख्यत: सिंध प्रांत में रहती है। करियो घांवर इलाका हिंदू कोल्ही, मेंघवार, गुवारिया और करिया समुदायों का घर माना जाता है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार पाकिस्तान में करीब 75 लाख हिंदू लोग रहते हैं।