पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची स्थित जोगमाया मंदिर में तोड़फोड़ पर पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिया कनेरिया ने बेहद कड़ी प्रतिक्रिया दी है। अपनी लेग स्पिन से पाकिस्तान को कई मैच जिताने वाले दानिश कनेरिया ने ट्वीट कर लिखा, ”कराची के बीचों-बीच। धार्मिक आजादी के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जाना चाहिए। पाकिस्तान की बदनामी हो रही है। मैं पीएम खान से गुजारिश करता हूं कि वह एक्शन लें।” उन्होंने यह वीडियो भारतीय एप ‘कू’ पर भी साझा किया।
दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को टैग करते हुए यह ट्वीट किया है। जोगमाया मंदिर सिंध प्रांत के बेहद प्रसिद्ध मंदिरों में एक है। यह कराची के नारायणपुरा में पड़ता है। नवरात्रों के दौरान इस मंदिर की रौनक देखने लायक होती है, लेकिन 20 दिसंबर 2021 की रात को मंदिर में तोड़फोड़ की गई।
पाकिस्तान का सिंध प्रांत इकलौता ऐसा राज्य है, जहां पर हिंदू सबसे ज्यादा संख्या में रहते हैं। कराची के नारायणपुरा इलाके में हिंदुओं के अलावा सिख और ईसाई भी रहते हैं। इस क्षेत्र में करीब छह बड़े मंदिर हैं, इनमें से जोगमाया मंदिर भी शामिल है। जोग माया मंदिर यहां का सबसे पुराना मंदिर माना जाता है।
पाकिस्तान के मंदिर पिछले कुछ सालों से लगातार कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं। जोग माया मंदिर से पहले अक्टूबर 2021 में हनुमान देवी माता मंदिर को भी निशाने पर लिया गया। इस मंदिर से चोरों ने आभूषण और हजारों रुपये चोरी कर लिए थे। यह मंदिर भी सिंध प्रांत में ही है। पिछले महीने सिंध प्रांत के ही कोटरी स्थित मंदिर में कुछ लोग घुसे, उन्होंने मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया लाखों रुपये कैश लेकर फरार हो गए।
इतना ही नहीं, कृष्ण जन्माष्टमी से पहले कृष्ण मंदिर में भी तोड़फोड़ की खबरें आईं। पाकिस्तान के सिंध प्रांत से हिंदू लड़कियों के अपहरण की भी खबरें लगातार आ रही हैं। पाकिस्तान का अल्पसंख्यक समुदाय अब पाकिस्तान के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद से इंसाफ की गुहार लगा रहा है।
नवंबर 2021 में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के 100 साल पुराने श्री परम हंस जी महाराज मंदिर के पुनर्निर्माण के बाद उसका उद्घाटन पाकिस्तान के चीफ जस्टिस ने किया था। इस मंदिर पर दिसंबर 2020 में कट्टरपंथियों ने हमला किया था। हमलावर जमीयत उलेमा ए इस्लाम फजल (JUI-F) से जुड़े बताए जा रहे हैं। इस हमले के बाद चीफ जस्टिस अहमद ने मंदिर को दोबारा बनाने के आदेश दिए थे।