पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के मंदिर में तोड़फोड़ और उसे आग के हवाले किया गया है। घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में कोहाट डिविजन के करक जिले की है। डेली टाइम्स (पाकिस्तान) की रिपोर्ट में बताया गया कि बुधवार को सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोगों की भीड़ मंदिर परिसर पहुंची और पूजा स्थल को मलबे के ढेर में तब्दील कर दिया।
घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें लोगों का समूह मंदिर की दीवार और छत तोड़ता नजर आता है। मंदिर को आग भी लगाई गई है। पाकिस्तान के मशूहर पत्रकार मुबश्शिर जैदी ने घटना से जुड़ा वीडियो शेयर किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदू समुदाय ने मंदिर का विस्तार करने के लिए स्थानीय प्रशासन से अनुमति ली थी। मगर स्थानीय मौलवियों को ये नागवार गुजरा। उन्होंने मंदिर को ढहाने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा की और उन्हें उकसाया। आरोप है कि इस दौरान स्थानीय अधिकारी और पुलिसकर्मी मूक दर्शक बन सारा तमाशा देखते रहे।
वॉयस ऑफ पाकिस्तान मायनॉरिटी ट्विटर हैंडल पर ये भी घटना का वीडियो शेयर किया गया है। यूजर ने कहा- पख्तूनख्वा में चरमपंथी मुस्लिमों की भीड़ मंदिरों को जला रही है। वजह अभी स्पष्ट नहीं है मगर धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति उनके मन में जो नफरत हैं उसे देखिए।
https://twitter.com/voice_minority/status/1344227213621788675
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की ये पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी अक्टूबर में दक्षिण-पूर्व सिंध प्रांत स्थित एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। पुलिस के मुताबिक तब शिकायतकर्ता अशोक कुमार ने आरोप लगाया था कि संदिग्ध मुहम्मद इस्माइल ने बदिन जिला स्थित मंदिर में रखी मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया और मौके से फरार हो गया।
बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पड़ोसी देश में 75 लाख के करीब हिंदू आबादी निवास करती है। इनमें अधिकतर सिंध प्रांत में रहते हैं। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों के धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती हैं।