Pakistan News: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 15 साल की एक हिंदू लड़की के अपहरण कि घटना सामने आयी है। जिसके बाद पाकिस्तान की सिंध सरकार ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। लड़की को हाल ही में हैदराबाद के फतेह चौक इलाके से अगवा किया गया था। गौरतलब है कि पाकिस्तान में पिछले 15 दिनों में यह चौथा मामला है।

लड़की को उस समय अगवा किया गया, जब वह घर लौट रही थी। लड़की के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन अब तक लड़की का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। परिजनों ने इसे जबरन धर्म परिवर्तन का मामला मानकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। यह घटना तीन हिंदू महिलाओं के अपहरण के कुछ दिनों बाद हुई है, जिनका जबरन इस्लाम में धर्म परिवर्तन कराया गया था।

पाकिस्तान में दो प्रतिशत हिंदू आबादी: हैदराबाद में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे दो अन्य हिंदू महिलाओं से जुड़ी घटना की भी जांच कर रहे हैं जो पिछले एक सप्ताह में हैदराबाद और मीरपुरखास में लापता हो गई थीं। 24 सितंबर 2022 को 14 साल की मीना मेघवार का नसरपुर इलाके से अपहरण किया गया था। मीरपुर खास में भी एक अन्य लड़की का इसी तरह अपहरण किया गया था। गौरतलब है कि पाकिस्तान की आबादी का 97 प्रतिशत हिस्सा मुस्लिम हैं जबकि हिंदू केवल 2 प्रतिशत के आसपास हैं। जिनमें से करीब 90 प्रतिशत हिंदू-बहुल सिंध प्रांत में रहते हैं।

मानव अधिकार समूहों का दावा है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक लड़कियों का अपहरण कर उन्हें जबरन इस्लाम में परिवर्तित किया जाता है। खासतौर पर अल्पसंख्यक हिंदू लड़कियों के जबरन धर्मांतरण की कई खबरें आई हैं, लेकिन पाकिस्तान में सरकारें और राजनेता इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं और इसे हल करने के लिए कुछ नहीं किया गया।

जबरन धर्मांतरण के खिलाफ विधेयक खारिज: पाकिस्तान की संसदीय समिति ने अक्टूबर 2021 में जबरन धर्मांतरण के खिलाफ एक विधेयक को खारिज कर दिया था। उस समय धार्मिक मामलों के मंत्री नूर-उल-हक कादरी ने कहा था कि धार्मिक रूपांतरण के खिलाफ कानून लाने के लिए पर्यावरण अनुकूल नहीं है। उन्होंने यह भी दावा किया कि जबरन धर्मांतरण के खिलाफ कानून देश की शांति भंग कर सकता है और अल्पसंख्यकों को और अधिक कमजोर बना सकता है।