पाकिस्तान में पूर्व मंत्री हारुन सुल्तान ने महिलाओं को वोट देने को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि चुनाव में महिलाओं को वोट देना हराम है। आपको बता दें कि वह पिछली सरकार में पंजाब प्रांत में सामाजिक कल्याण मंत्रालय का काम-काज संभालते थे। मुल्क में 25 जुलाई को होने वाले आम चुनाव में वह पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की ओर से खड़े हुए हैं। एनए-184 नेशनल एसेंबली सीट पर उनका सामना पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की महिला उम्मीदवार जहरा बासित सुल्तान बुखारी से होगा, जो कि उनकी भाभी हैं।
द न्यूज की खबर के अनुसार, मुजफ्फरगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह धर्म के बताए रास्ते पर चलेंगे और महिला उम्मीदवारों को वोट देने को लेकर बचेंगे, क्योंकि उसे हराम (इस्लाम में मना है) माना जाता है। बकौल सुल्तान, “मैं अल्लाह और उनके दूतों के दिखाए हुए रास्ते पर काम करूंगा।” पाकिस्तान पीपल्स पार्टी ने इस सीट से नवाज इफ्तिखार खान को चुनावी मैदान में उतारा है।
पीएमएल-एन का नेतृत्व पूर्व पीएम नवाज शरीफ कर रहे हैं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल पनामा पेपर्स केस को लेकर अयोग्य ठहरा दिया था। जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान में मतदान संवैधानिक अधिकार है, मगर लाखों महिलाएं धार्मिक परंपराओं के नाम पर यहां इस अधिकार से वंचित रखी जाती हैं।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली और प्रांतीय विधानसभाओं की 849 सामान्य सीटों पर होने जा रहे चुनाव में 11,855 उम्मीदवार मैदान में हैं। निर्वाचन आयोग की ओर से जारी की गई उम्मीदवारों की पहली सूची के मुताबिक, नेशनल असेंबली की 272 सामान्य सीटों पर 3,459 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं और चार प्रांतीय विधानसभाओं की 577 सामान्य सीटों पर 8,396 उम्मीदवार मैदान में हैं।
चुनाव से पहले मुल्क में कई चीजें देखने को मिली थीं। मसलन- लाहौर स्थित मदरसे में नवाज शरीफ पर किसी ने जूता उछाला, जलसे में मुस्लिम लीग के भूतपूर्व रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के चेहरे पर किसी ने कालिख उड़ेल दी और भूतपूर्व गृह मंत्री अहसन इकबाल पर उन्हीं के शहर में किसी ने गोली चला दी। हालांकि, अच्छी बात यह रही कि वह उनके बाजू में लगी थी।