उत्तर पश्चिम पाकिस्तान के पेशावर स्थित जमात उद दावा संचालित एक मदरसे पर अज्ञात व्यक्तियों ने गोलीबारी की और उसके बाद उस पर हथगोले फेंके जिसमें तीन बच्चों सहित कम से कम 15 व्यक्ति घायल हो गए। पुलिस अधीक्षक कशिफ जुल्फिकार ने कहा, ‘‘हमलावरों ने बैतुल मुकर्रम अलहदीस मदरसे पर गोलीबारी की और उसके बाद उस पर हथगोला फेंका। मदरसे के सदस्य रविवार (1 मई) रात अध्ययन के बाद रात्रि भोजन कर रहे थे तभी हमलावरों ने इमारत पर हमला किया।’’

एक स्थानीय अस्पताल सूत्र ने कहा कि उनके अस्पताल में मदरसे पर हमला मामले में 16 घायल व्यक्ति आये हैं। इसमें से चार को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई जबकि 11 का अस्पताल मे इलाज चल रहा है। ‘डॉन’ ने जुल्फिकार के हवाले से बताया कि एक हमलावर को गंभीर चोट आयी और उसे बाद में पेशावर स्थित कंबाइंड मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी स्थिति गंभीर बतायी गई है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह संभव है कि हमलावर अपने एक साथी की ओर से की गई गोलीबारी में घायल हो गया।’’ उन्होंने कहा कि मस्जिद और मदरसा जमात उद दावा का है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि हमले के समय एक धार्मिक व्याख्यान चल रहा था। किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन तालिबान को कथित तौर पर पेशावर में जमात उद दावा की मौजूदगी को लेकर कुछ समस्या है।

वर्ष 2002 में जमात उद दावा को पाकिस्तान ने प्रतिबंधित कर दिया था लेकिन बाद में एक अदालत ने समूह के आतंकवाद में संलिप्तता के सबूत की कमी के चलते उस पर से प्रतिबंध हटा लिया था। यह समूह अमेरिका, यूरोपीय संघ, भारत और रूस में एक आतंकवादी संगठन के तौर पर प्रतिबंधित है।