स्वेज नहर में करीब सप्ताह भर से फंसे एक मालवाहक पोत को सोमवार शाम सफलतापूर्वक निकाल लिया गया। नहर में सेवाएं देने वाली एक कंपनी ने यह जानकारी दी। ‘लेथ एजेंसीज’ ने सोमवार सुबह बताया था कि फंसे हुए पोत को निकालने के लिए 10 ‘टगबोट’ की मदद ली जा रही है।
कंपनी ने बताया कि सोमवार शाम पोत को पानी की सतह पर लाने में कामयाबी मिल गई। टगबोट पोत को ग्रेट बिटर झील की तरफ खींच रही है, जहां इसका निरीक्षण किया जाएगा। एशिया और यूरोप के बीच माल लेकर जाने वाला, पनामा के ध्वज वाला ‘द एवर गिवन’ जहाज स्वेज नहर के समीप मंगलवार को नहर में फंस गया था, जिससे यातायात बाधित हो गया। यह जलमार्ग वैश्विक परिवहन के लिए अहम है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल 19,000 पोत इस नहर से होकर गुजरे थे। इस नहर से दुनिया का करीब 10 प्रतिशत व्यापार होता है। यह जलमार्ग तेल के परिवहन के लिए अहम है।
माना जा रहा था कि मिस्र के स्वेज नहर में बड़ी संख्या में फंसे जहाजों से वैश्विक व्यापार पर कुछ हद तक दबाव बढ़ सकता है। एक साल पहले कोविड-19 महामारी संबंधी बाधाओं के कारण आपूर्ति व्यवस्था बुरी तरीके से प्रभावित हुई थी और अब स्वेज नहर मार्ग बाधित होने से इस पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही थी।
बता दें कि स्वेज नहर में फंसे जहाज एवर ग्रीन को सोमवार को तड़के ज्वार उठने का लाभ लेकर ‘टगबोट’ (रस्सा खींचने वाले जहाजों) के जरिये सतह पर दोबारा लाने में ‘आंशिक’ सफलता मिली। यह जहाज एक लेन वाले जल-मार्ग में करीब एक सप्ताह से फंसा था। जिसकी वजह से कई जहाज अटके पड़े थे।
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि स्वेज नहर में पोत परिवहन बाधित होने से वैश्विक व्यापार पर संभवत: कुछ हफ्तों से अधिक समय तक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
इस साल वैश्विक वृद्धि में जो सुधार देखने को मिल रहा है, इस समयस्या के कारण उसके बाधित होने की आशंका कम है क्योंकि टीकाकरण अभियान और अर्थव्यवस्था को दोबारा से खोले जाने से लोगों में एक भरोसा पैदा हुआ है।

