जर्मनी की राजधानी बर्लिन में कोरोना वायरस के चलते करीब 6 माह से बंद वेश्यालय फिर से खुल गए हैं। हालांकि अभी सरकार ने इन वेश्यालयों में शारीरिक संबंध बनाने की अनुमति नहीं दी है और वेश्यालयों के ग्राहकों को सिर्फ मसाज आदि से ही काम चलाना पड़ रहा है लेकिन सरकार के इस फैसले से लोगों में और वेश्यालयों में काम करने वाली सेक्स वर्कर्स में नाराजगी है।
जर्मनी में 1 सितंबर से बर्लिन और देश के अन्य हिस्सों में चल रहे वेश्यालयों को पारंपरिक रूप से काम करने की इजाजत दी जा सकती है। बर्लिन के एक वेश्यालय में काम करने वाली एक सेक्स वर्कर ने बताया कि वह अपने ग्राहकों को लॉकडाउन से पहले वाली सेवा देना चाहती है। उसने बताया कि ‘मैं सेक्शुअल सेवाएं देना पसंद करती हूं और मेरे ग्राहक भी यही पसंद करते हैं।’ उसने बताया कि वह ‘किसी वायरस से संक्रमित होने से नहीं डरती है।’
महिला ने बताया कि जब आप बीते 20 सालों से यह काम कर रहे हो तो आपके रेगुलर ग्राहक बन जाते हैं और ऐसे में आप अपने हिसाब से चुनाव कर सकते हैं। बता दें कि जर्मनी में कोरोना के मामले बढ़ने पर 16 मार्च से मनोरंजन के सभी साधन, वेश्यालयों समेत बंद कर दिए गए थे।
जर्मनी में सरकार खुद वेश्यालय खोलने की अनुमति देती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, जर्मनी में इस वक्त करीब 40 हजार सेक्स वर्कर सरकारी कॉन्ट्रैक्ट के तहत काम कर रही हैं और उन्हें सरकार की तरफ से कई सुविधाएं भी दी जाती हैं।
एपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, जर्मनी में करीब 1 लाख से लेकर दो लाख तक सेक्स वर्कर हो सकती हैं। वेश्यालयों में काम करने वाले लोगों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते उनकी इंडस्ट्री को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।