करीब डेढ़ दशक पहले गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान चली गई और वहीं रही मूक-बधिर भारतीय महिला गीता आज दिल्ली पहुंच गई हैं। इस संबंध में दोनों देशों की सरकारों ने सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। गीता को फिलहाल एक होटल में रखा गया है। वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की निगरानी में रहेंगी। उनका डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। डीएनए मैच होने पर गीता उस परिवार को सौंप दी जाएगी जो उसे अपनी बेटी बता रहा है।
गीता 15 साल पहले जब पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों को लाहौर रेलवे स्टेशन पर खड़ी समझौता एक्सप्रेस में अकेली बैठी मिली थी तब उसकी उम्र महज सात या आठ साल रही होगी। गीता को एदि फाउंडेशन की बिलकिस एदि ने अपना लिया था और वह कराची में उनके साथ रहती है। अब वह 23 साल की हो चुकी है।
फाउंडेशन के फहाद एदि ने बताया कि गीता कल सुबह आठ बजे (भारतीय समय अनुसार 8.30 बजे) पीआईए के विमान से नई दिल्ली के लिए उड़ान भरेगी। फहाद ने कहा, ‘उसके साथ मैं, मेरे पिता फैसल एदि, मेरी मां और मेरी दादी बिलकिस जाएंगी।’ उन्होंने कहा कि उन्हें आश्वासन दिया गया है कि वे तब तक नई दिल्ली ही रहेंगे जब तक भारतीय अधिकारी गीता की डीएनए जांच पूरी नहीं कर लेते।
फहाद ने कहा, ‘हम उसके साथ जा रहे हैं। उसने भारतीय उच्चायोग द्वारा हमें भेजी गई तस्वीर की पहचान अपने परिवार की तस्वीर के तौर पर की।’ उन्होंने कहा कि भारतीय अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया था कि अगर डीएनए जांच में इस परिवार के गीता का परिवार नहीं होने की पुष्टि हुई तो उसे सुरक्षित आश्रय में रखा जाएगा।
फहाद ने कहा, ‘वह कई साल से हमारे साथ रह रही है। वह परिवार के सदस्य की तरह है और हम चाहेंगे कि वह हमारे साथ रहती रहे। लेकिन जाहिर है कि वह अपने देश जाना चाहती है और अपने वास्तविक परिवार के साथ रहना चाहती है।’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और भारत की सरकारों ने गीता की वापसी के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं।
एदि फाउंडेशन के अनवर काजमी के अनुसार फैसल एदि सहित पांच लोगों को वीजा दिया गया है लेकिन गीता के साथ केवल चार लोग जा रहे हैं। उन सभी को राजकीय अतिथि घोषित किया गया है।
गीता ने इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग द्वारा भेजी गई एक तस्वीर में अपने पिता, सौतेली मां और भाई-बहनों की पहचान की। खबरों के अनुसार यह परिवार बिहार में रहता है।
पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त टीसीए राघवन और उनकी पत्नी ने अगस्त में गीता से मुलाकात की थी। इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राघवन को गीता से मिलने और उसके परिवार का पता लगाने की कोशिश करने का निर्देश दिया था।