पाकिस्तानी सेना के पूर्व प्रमुख जनरल (रिटायर्ड) कमर जावेद बाजवा इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बाजवा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बाजवा को कश्मीर के लोगों की कोई परवाह नहीं थी और वह अपने एक्सटेंशन के लिए कश्मीर को भी बेचना चाहते थे। उन्होंने कहा कि बाजवा ने शहबाज शरीफ के लिए अमेरिका से भी मदद ली ताकि उन्हें एक्सटेंशन मिल सके।
रविवार को एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा, “बाजवा और प्रमुख खुफिया एजेंसी को पता था कि वर्तमान शासकों ने राष्ट्रीय खजाने से पैसे चुराए और विदेश ले गए। यह जानने के बावजूद जनरल बाजवा उन्हें एनआरओ देने को तैयार थे क्योंकि उन्होंने अपने लिए विस्तार की योजना बनाई थी। अगर प्रधानमंत्री विधानसभा भंग करते हैं तो जुलाई में चुनाव हो सकते हैं। उन्होंने शहबाज शरीफ की भी मदद की। चोरों और कश्मीरियों को एनआरओ देने से पता चलता है कि उनकी कोई विचारधारा नहीं थी।”
पाकिस्तान के पत्रकार ने बाजवा को लेकर किया खुलासा
इस बीच देश के जाने-माने जर्नलिस्ट हामिद मीर ने भी बाजवा को लेकर बड़ा खुलासा किया है। पाकिस्तानी सेना की ताकत से लेकर कश्मीर जैसे मुद्दों को लेकर हामिद मीर ने बाजवा के हवाले से बड़ी बातें कही हैं। हामिद मीर ने एक वीडियो में बाजवा पर कश्मीर को बेचने का आरोप लगाया है। उन्होंने वीडियो में यह भी दावा किया कि बाजवा ने इंडो-पाक नियंत्रण रेखा (LOC) पर सीजफायर के साथ ही कश्मीर पर एक डील की थी, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान को इससे कोई सरोकार नहीं था।
पत्रकार हामिद मीर ने सिटी42 शो में जर्नलिस्ट नासिम जहरा के साथ बातचीत में ये बातें कही हैं। मीर ने कहा कि जनरल बाजवा ने 2021 में खुलासा किया था कि उन्होंने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजीत डोभाल से गुप्त बातचीत की थी। मीर ने दावा किया कि बाजवा 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी करने के लिए उत्सुक थे। दिलचस्प बात यह है कि मीर के मुताबिक, ये सभी पर्दे के पीछे की बातचीत पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को बिना बताए की जा रही थीं।
हामिद मीर ने यह भी कहा कि बाजवा ने पाकिस्तानी सेना की ताकत को लेकर कई दावे किए और माना कि उनकी सेना में पारंपरिक युद्ध लड़ने की ताकत नहीं है। उन्होंने बाजवा के हवाले से कहा कि पाकिस्तानी सेना के पास भारी हथियार नहीं हैं। हामिद मीर का यह भी कहना है कि जनरल बाजवा ने 25 मीडियाकर्मियों के सामने कहा था कि पाकिस्तानी आर्मी के टैंक काम नहीं करते हैं और ना ही उनकी सेना के पास इतना पैसा है कि उनमें डीजल डाला जा सके। पत्रकार ने कहा कि बाजवा ने कमांडरों के सम्मेलन में यह भी स्वीकार किया था कि पाकिस्तानी सेना का भारतीय सेना से कोई मुकाबला नहीं है और पाक सेना इंडियन आर्मी से लड़ने में असमर्थ है।
मीर ने कहा कि बाजवा ने कहा था कि हमे कश्मीर के मुद्दे पर भारत से लड़ने में असमर्थ हैं। हमारे टैंकों में डीजल नहीं है इसलिए हमें भारत के साथ शांति बनाए रखनी चाहिए। दोनों पत्रकारों की बातचीत का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। मीर द्वारा किए गए खुलासे से पाकिस्तानी गुस्से में हैं और हतोत्साहित हैं। और अपना गुस्सा माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर निकाला है।
मीर ने कहा, कश्मीर पर बाजवा की डील अभी तक पाकिस्तानी नागरिकों के सामने नहीं आई है। भारत के साथ नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के बाद मोदी को पाकिस्तान का दौरा करना पड़ा। जब विदेश कार्यालय को इसके बारे में पता चला तो वे इमरान खान के पास गए क्योंकि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी। इमरान ने कहा कि वह इसके बारे में जानते हैं और डोभाल के साथ बातचीत चल रही है, लेकिन मोदी की पाकिस्तान यात्रा के बारे में कोई पुष्टि नहीं हुई है।”