Former Nazi Camp Typist Convicted: पोलैंड (Polland) में एक नाजी कैंप (Nazi Camp) के यातना शिविर (Holocaust) में काम करने वाली एक 97 वर्षीय महिला को होलोकॉस्ट (Holocaust) के दौरान 10,505 लोगों की हत्याओं (Murder) में शामिल होने का दोषी ठहराया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, नाजी अपराधों के लिए मुकदमा चलाने वाली पहली महिला इरगार्ड फुर्चनर (Irmgard Furchner) हैं। जर्मनी के इत्ज़ेहो में एक अदालत ने मंगलवार (20 दिसंबर) को उसे दो साल के लिए जेल की सजा सुनाई गई।
1943-45 में Irmgard Furchner एक Teenager थीं
सीएनएन न्यूज के मुताबिक ये तब का मामला है जब इर्मगार्ड फुरचनर (Irmgard Furchner) एक किशोरी (Teenager) थी। जब उसे तत्कालीन नाजी (Naazi) कब्जे वाले पोलैंड (Polland) में डांस्क के पास स्टुट्थोफ कैंप में टाइपिस्ट (Typist) के रूप में भर्ती किया गया था। उसने 1943 से 1945 में नाजी शासन के अंत तक वहां काम किया। अपराध (Crime) के समय वह एक किशोरी थी, फुरचनर का मुकदमा एक किशोर अदालत के समक्ष हुआ और उसकी सजा उसे टीनएजर प्रोबेशन में रखेगी।
10505 लोगों का Murder करने का आरोप
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, फुरचनर को 10,505 लोगों की हत्या में मदद करने और हत्या के लिए उकसाने और पांच अन्य की हत्या के प्रयास में मिलीभगत का दोषी पाया गया। रिपोर्ट के अनुसार, यहूदी कैदियों, गैर-यहूदी ध्रुवों और कैद किए गए सोवियत सैनिकों सहित 65,000 से अधिक लोगों को भयानक परिस्थितियों में मरने का अनुमान है। स्टुट्थोफ़ में, बंदियों की हत्या करने के लिए कई तरह के तरीकों का इस्तेमाल किया गया था, और जून 1944 से हज़ारों लोगों की गैस चैंबरों में मौत हो गई थी।
Court में फुर्चनर ने मांगी माफी
कोर्ट ने उस शिविर के कई बचे हुए लोगों से बातचीत की थी जिनमें से अब कुछ की मौत हो चुकी है। इसके पहले सितंबर 2021 में जब केस में सुनवाई शुरू हुई थी तब आरोपी फ़र्चनर अपने घर से लापता हो गई और अंततः हैम्बर्ग की एक सड़क पर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। अदालत में अपी बात रखते हुए फुर्चनर ने कहा, “जो कुछ भी हुआ उसके लिए मुझे खेद है। मुझे खेद है कि मैं उस समय स्टुट्थोफ में थी। मैं बस इतना ही कह सकती हूं।”