Indian Foreign Minister: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक कार्यक्रम में कहा कि हमारे सामने 2047 तक विकसित देश बनने का लक्ष्य है। बता दें कि शनिवार(24 सितंबर) को एस जयशंकर ने ‘भारत @ 75: इंडिया-यूएन पार्टनरशिप इन एक्शन’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 20वीं सदी में भारत दुनिया के सबसे गरीब देशों में शामिल था।
न्यूयार्क में आयोजित इस कार्यक्रम में भारत के विदेश मंत्री ने कहा, “18 वीं सदी में भारत विश्व की कुल अर्थव्यवस्था का लगभग एक चौथाई हिस्सा रखता था। 20 वीं सदी के मध्य तक गुलामी के चलते भारत दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक बन गए थे।”
उन्होंने कहा, “हालांकि आज़ादी के 75 साल बाद भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और हम तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं। हमारा विकास डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर इस तरह डिजाइन किया गया है कि कोई भी पीछे न रहे।”
उन्होंने कहा कि डिजिटल टेक्नोलॉजी की मदद से 80 करोड़ लोगों को खाद्य सुरक्षा के तहत राशन उपलब्ध कराया जा चुका है। भारत 2047 तक एक विकसित देश बनने का लक्ष्य रखता है। हम अपने दूर सदूर के गावों को भी डिजिटाइज करने का लक्ष्य रखते हैं और तेजी से इसपर काम कर रहे हैं।
2047 तक एक विकसित देश बनने का लक्ष्य:
मंत्री जयशंकर ने कार्यक्रम में आगे कहा कि डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमारा विकास इस तरह डिजाइन किया गया है कि उसमें सब आगे बढ़ें और कोई भी पीछे न रहे। उन्होंने कहा कि डिजिटल टेक्नोलॉजी ने हाल के दिनों में खाद्य सुरक्षा तंत्र को सफल रूप से तरक्की की है। विदेश मंत्री ने कहा कि आज हम दुनिया की पांचवी अर्थव्यवस्था हैं। इसके साथ ही भारत 2047 तक एक विकसित देश बनने का लक्ष्य रखता है।
जयशंकर ने कहा कि हमारा लक्ष्य अपने दूर-दराज के गांवों को भी डिजिट करना है और इसको लेकर हम तेजी से काम भी कर रहे हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि हमने 2 बिलियन से अधिक टीकों का लक्ष्य पूरा किया है।