पाकिस्तान में पिछले कुछ हफ्तों में बारिश के कारण आई बाढ़ से मरने वालों की संख्या 500 से ज्यादा हो गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बुधवार (3 अगस्त 2022) को अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा कि बाढ़ और बारिश के कारण मरने वालों में 549 लोगों की मौत हो गयी।

एनडीएमए की रिपोर्ट के हवाले से एक समाचार एजेंसी ने बताया कि बारिश और बाढ़ ने पाकिस्तान में 40,000 से अधिक घरों और 2,500 किलोमीटर से ज्यादा लंबी सड़क को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए और दूरदराज के गांवों में फंसे हुए हैं। एक सरकारी एजेंसी ने कहा कि मॉनसून की भारी बारिश के कारण पिछले महीने पाकिस्तान में कम से कम 549 लोगों की मौत हो गई।

बलूचिस्तान सबसे ज्यादा प्रभावित: भारी बारिश के चलते बलूचिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत के दूरदराज के समुदाय सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। सरकारी एजेंसियों और सेना ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सहायता और राहत शिविर स्थापित किए हैं। साथ ही मिलकर परिवारों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से स्थानांतरित करने और भोजन और दवा उपलब्ध करा रहे हैं।

बाढ़ से 46,200 घर क्षतिग्रस्त: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने शुक्रवार को कहा कि मौतों के अलावा, बाढ़ ने 46,200 से अधिक घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान कहा कि हम बाढ़ पीड़ितों को व्यापक राहत और पुनर्वास मुहैया कराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर बलूचिस्तान प्रांतीय सरकार ने कहा कि उसे इस आपदा से निपटने के लिए और अधिक धन की आवश्यकता है इसलिए उसने अंतरराष्ट्रीय संगठनों से सहायता की अपील की।

अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से सहायता की जरूरत: बलूचिस्तान प्रांत के मुख्यमंत्री अब्दुल कुदूस बेजेंजो ने कहा, “हमारे नुकसान काफी ज्यादा हैं। बाढ़ की चपेट में आने वाले हर जिले में भोजन की कमी के साथ ही 700 किलोमीटर से ज्यादा सड़कों के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण कुछ प्रांतों से भी संपर्क टूट गया था।” बेजेंजो ने कहा कि उनके प्रांत को सरकार और अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियों से भारी सहायता की जरूरत है।

वहीं, एनडीएमए ने कहा कि जुलाई तीन दशकों में सबसे अधिक बारिश वाला महीना था, जिसमें पिछले 30 वर्षों के औसत से 133 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई थी। बलूचिस्तान और अफगानिस्तान में वार्षिक औसत से 305% अधिक बारिश हुई।