दुनिया में अपराधियों की कमी नहीं है लेकिन कई ऐसे खूंखार अपराधी हुए हैं जिन्हें इतिहास भुला नहीं सकता। उनके काम ऐसे थे कि कानून भी पर्याप्त सजा नहीं दे सकता था। आइए जानते हैं दुनिया के कुछ ऐसे सीरियल किलर्स के बारे में, जिनकी कहानी किसी हॉरर शो से कम नहीं है।
टेड बंडी
टेड बंडी 1970 के दशक का सीरियल किलर था और वह अमेरिका में रहता था। वह ज्यादातर कॉलेज जाने वाली लड़कियों को निशाना बनाता था। महिलाओं के साथ रेप करने के बाद वह उन्हें मार देता था। रेकॉर्ड के मुताबिक उसने 36 लड़कियों की हत्या की थी। हालांकि यह भी कहा जाता था कि बहुत सारी हत्याओं के बारे में जानकारी नहीं है। कोरोराडो में उसे किडनैपिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था लेकिन वह भाग निकला और फिर फ्लोरिडा जाकर उसने लगातार हत्याएं कीं। इस सनकी हत्यारे की गिरफ्तार के बाद कोर्ट ट्रायल का टीवी पर प्रसारण किया गया था। बाद में उसे मौत की सजा सुनाई गई और इलेक्ट्रिक चेयर से बांधकर मार दिया गया।
पेड्रो लोपेज
कोलंबिया, एक्वाडोर और पेरू में इस खूंखार अपराधी ने करीब 300 मर्डर किए। इनमें से तिहाई मर्डर आदिवासी महिलाओं के थे। 1980 में जब लोपेज गिरफ्तार हुआ था तो पुलिस को 50 किशोरियों के शव मिले थे। इसके बाद उसमें एक्वाडोर में 110 और कोलंबिया में 240 हत्याओं की बात स्वीकार की। उसे मॉन्स्टर ऑफ एंडीज कहा जाता था। इतनी हत्याओं के बाद भी उसे केवल 20 साल के बाद जेल से रिहा कर दिया गया। अब वह कहां है, कोई अता-पात नहीं है।
जेफ्री डामर
जेफ्री डामर ने पहली हत्या तब की थी जब वह मजह 18 साल का था। उसे इस अपराध के बाद गिरफ्तार किया गया था। कुछ दिन बाद वह जेल से भाग निकला और फिर लगातार हत्याएं करने लगा। वह महिलाओं के साथ रेप भी करता था। हत्या के बाद शव को टुकड़े-टुकड़े कर देता था। कई बॉडी पार्ट्स निकालकर वह खा भी जाता था। उसकी दोबारा गिरफ्तारी के बाद पता चला कि वह पर्सनैलिटी डिसऑर्डर का शिकार था। उसने करीब 17 पुरुषों की भी हत्याएं की थीं। उसे दोबारा गिरफ्तारी के बाद 900 साल की सजा सुनाई गई। हालांकि जेल में ही किसी कैदी ने उसकी हत्या कर दी।
हेरोल्ड शिपमेन
वह एक डॉक्टर था जिसे बाद में ‘डॉक्टर डेथ’ कहा जाने लगा। उसने करीब 218 मरीजों की हत्या कर दी। वह 1972 से 1998 के दौरान लंदन में प्रैक्टिस किया करता था। जब कई लोगों ने उसके खिलाफ शिकायत की तभी उसका अपराध भी नजर में आया। इससे पहले वह सैकड़ों को मार चुका था। वह हत्या करने के बाद मरीज के घर वालों को लाश सौंप देता था। उसने ज्यादातर बुजुर्गों की हत्याएं कीं। उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी लेकिन जेल में ही उसने खुदकुशी कर ली।
जैक द रिपर
इस खूंखार सीरियल किलर ने 1800 के आसपास अपने कारनामों से लंदन में सनसनी फैला दी थी। उसका असली नाम आज तक किसी को नहीं पता है। खास बात यह है कि वह सिर्फ वेश्याओं की हत्या करता था। वह हत्या के बाद अंग-अंग काटकर निकाल लेता था। पुलिस का शक था कि हत्यारा कोई सर्जन है। वह पुलिस को अपने कारनामों के बारे में पत्र लिखकर बताया करता था। इस शातिर हत्यारे को कभी गिरफ्तार नहीं किया जा चुका।